ऑनलाइन कार्य करने में एक्स्ट्रा अलर्ट रहने की है आवश्यकता: अशोक

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साइबर अपराधों को रोकने पर आधारित पुस्तक ‘साइबर एनकाउंटर्स’ के अंग्रेजी संस्करण का विमोचन

देहरादून। साइबर अपराधों पर प्रभावी रोकथाम लगाने के लिए जन-जागरूकता अभियान सबसे सशक्त माध्यम के रूप में उभरा है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार एवं पूर्व डीआरडीओ वैज्ञानिक ओपी मनोचा की ओर से रचित जन जागरूकता अभियानों को प्रोत्साहित करती ‘साइबर एनकाउंटर्स’ पुस्तक के अंग्रेजी संस्करण का विमोचन आईआईटी दिल्ली के सेमिनार हॉल में आईआईटी एलुमनाई एसोसिएशन क ओर से आयोजित कार्यक्रम में किया गया। पुस्तक का विमोचन लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डॉ. राजेश पंत, अमन गुप्ता (प्रो.)(डॉ.) विक्रम सिंह एवं कमिश्नर दिल्ली पुलिस संजय अरोड़ा ने किया। ‘साइबर एनकाउंटर्स’ प्रतिष्ठित पेंगुइन रैंडम हाउस की ओर से प्रकाशित की गई है।  पुस्तक की प्रस्तावना सुपरस्टार अमिताभ बच्चन की ओर से लिखी गई है।

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित पाठकों को संबोधित करते हुए आईपीएस अशोक कुमार ने कहा कि ऑनलाइन कार्य करते समय किसी भी लिंक को क्लिक करने से पहले फाइव-सेकंड- रूल को अपनाकर साइबर अपराधियों से बचा जा सकता है, इसके अतिरिक्त ऑनलाइन कार्य करते समय एक्स्ट्रा अलर्ट एवं जागरूक रहने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जन-जागरूकता के माध्यम से इन अपराधों को न केवल नियंत्रित कर सकते हैं,बल्कि साइबर अपराधों द्वारा उपयोग की जा रही नई तकनीकों से समय रहते आम नागरिकों को जागरूक कर उनकी मेहनत की कमाई अपराधियों से बचाने का काम मिशन मोड करने की आवश्यकता है।  पुस्तक के सहलेखक ओपी मनोचा ने किताब में शामिल कहानियों के माध्यम से साइबर अपराधियों के द्वारा उपयोग किए जा रहे नए-नए टूल्स के बारे में जानकारी दी। बॉलीवुड थ्रिलर फिल्म ‘कहानी’ की पटकथा एवं पत्रकार लेखक अद्वैता काला द्वारा संचालित पैनल चर्चा में साइबर अपराधियों द्वारा उपयोग की जा रही तकनीकों एवं साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने में पुलिस के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में विस्तार से चर्चा की। पुस्तक के हिंदी संस्करण का विमोचन देहरादून में किया जाएगा। कार्यक्रम के आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अलकनंदा अशोक ने किया। कार्यक्रम की मास्टर ऑफ सेरेमनी शक्ति मनोचा और चारुल शर्मा द्वारा की गई। कार्यक्रम के दौरान साइबर एक्सपर्ट एवं कानूनी विशेषज्ञ,वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षाविदों एवं 1 हजार से अधिक छात्रों की उपस्थिति रही।