नकल माफियाओं के मंसूबे हुए नाकाम

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वन आरक्षी परीक्षा में नकल कराने का था षडयंत्र, एसटीएफ ने पहले ही धर दबोचा

देहरादून। मुख्यमंत्री की ओर से छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले नकल माफियाओं पर कठोर कार्यवाही के निर्देश दिए गए है। जिसको लेकर पुलिस महानिदेशक ने राज्य में आयोजित होने वाली परीक्षाओं में अनियमिताओं पर कड़ी नजर रखने के लिए सभी अधीनस्थों को निर्देशित किया गया है।

एसटीएफ को गोपनीय सूचना प्राप्त हुई कि कुछ व्यक्तियों द्वारा जनपद हरिद्वार में रविवार को होने वाली वन आरक्षी परीक्षा में शामिल होने जा रहे परीक्षार्थियों को धनराशि लेकर नकल कराने का प्रयास किया जा रहा है। सूचना पर मुखबिर तंत्र के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि व्यक्ति एमएस कोचिंग सेंटर का संचालक मुकेश सैनी है, जो कि पूर्व में भी नकल कराने के जुर्म में कई बार जेल जा चुका है और एक कुख्यात नकल माफिया है। इस पर एसटीएफ की टीम ने एमएस कोचिंग सेंटर के संचालक मुकेश सैनी के गुरूकुल नारसन में स्थित कोचिंग सेंटर पर छापा मारा जहां पर मुकेश सैनी व उसके साथी रचित पुंडीर को गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से परीक्षा में नकल कराने के लिए प्रयोग की जाने वाली सामग्री की बरामदगी की गई। इस मामले में थाना मंगलौर में मुकदमा दर्ज कराने की कार्यवाही की जा रही है।

मुकेश सैनी पूर्व में अनेक बार परीक्षाओं में नकल कराने के जुर्म में जेल जा चुका हैं। क्षेत्र में इसको नकल माफिया के नाम से जाना जाता है। नकल करके परीक्षा पास करने के इच्छुक अभ्यर्थी लगातार इसके संपर्क में रहते है। फरवरी 2020 में आयोजित वन आरक्षी भर्ती परीक्षा में इसके द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर बडे पैमाने पर नकल कराई गई थी, परन्तु अभ्यर्थियों के साथ बाद में समझौता कर मुकदमें से बरी हो गया था, जिससे इसके इरादे और मजबूत हो गए। इसने पूर्व की भांति इस बार भी वन आरक्षी परीक्षा में अपने साथी रचित पुंडीर के साथ मिलकर नकल कराने की योजना बनाई। इसके लिये उसने लगभग 15 अभ्यर्थियों से लगभग 4 लाख रूपये प्रति अभ्यर्थी के हिसाब से तय किया था, जिसमें अग्रिम धनराशि के रूप में पचास हजार से एक लाख रूपए तक लिए गए तथा कुछ अभ्यर्थियों को परीक्षा में नकल के लिए ब्लुटूथ डिवाईस दे दी गई और उसके प्रयोग तरीका भी बता दिया गया। रचित पुंडीर हरिद्वार के एक कालेज में सहायक प्रोफेसर है। पूर्व में भी वन आरक्षी परीक्षा में प्रश्न पत्र मुकेश सैनी को परीक्षा के दौरान भेजने के आरोप में जेल जा चुका है। रचित पुंडीर ने वन आरक्षी परीक्षा में परीक्षा केंद्र पर अपनी कक्ष निरीक्षक के पद पर ड्युटी लगवाने की तैयारी कर ली थी। जहां से इसकी योजना परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र को व्हाट्सअप व अन्य माध्यम से मुकेश सैनी को भेजने की थी। मुकेश सैनी ने इस प्रश्न पत्र को अपने साथियो के साथ मिलकर हल करना था व छात्रों को दी गई डिवाईस पर कॉल करके उत्तर बताए जाते।