सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण पर्यटक स्थल चुनने के लिए शुरू हुई पहल

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बेस्ट टूरिज्म विलेज़ प्रतियो गिता के लिए करें आवेदन

देहरादून। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण पर्यटक स्थलों को चिन्हित करने के लिए देशव्यापी प्रतियोगिता शुरू की गई है। प्रतिभाग करने को वेबसाइट https://nidhi.nic.in/BVC/AboutDetail.aspx पर 15 अप्रैल तक आवेदन कर सकते हैं।

सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव भारत सरकार की ओर से आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक अनोखी पहल है। जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण पर्यटन स्थल के विकास और संवर्धन के लिए सरकार की ओर से उद्योग, गैर सरकारी संगठनों, समुदायों को शामिल करते हुए एक सुदृढ परिवेश प्रदान करते हुए स्वरोजगार के अतिरिक्त राज्य की अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करना है। प्रतियोगिता में सम्मिलित होने के लिए पर्यटन मंत्रालय की ओर से आवेदन पोर्टल जारी किया गया है जहां विभिन्न ग्राम आवेदन कर सकते हैं। प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए वेबसाइट पर 15 अप्रैल तक आवेदन कर सकते हैं। ग्रामीण पर्यटन की नोडल अधिकारी अपर निदेशक पर्यटन पूनम चंद ने बताया कि पर्यटन के दृष्टिकोण से अग्रणी उत्तराखंड के सुदूरवर्ती गाँवों को प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने का सुअवसर प्राप्त हो रहा है। यह प्रतिस्पर्धा जिला, राज्य और राष्ट्रीय तीन स्तर की होगी। प्रत्येक स्तर पर तीन गांवों का चयन किया जाएगा। हर स्तर पर चयनित तीन गांवों को अगले स्तर के चयन में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। अंत में राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँव का चयन होगा।

ग्रामीण भारत को मिलेगी एक नई दशा: महाराज

इस पहल के बारे में बताते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि भारत सरकार की यह महत्वाकांक्षी पहल ग्रामीण भारत को एक नई दशा और दिशा प्रदान करने में सहायक होगी। हमारे अनछुए पर्यटन स्थलों को विकसित करने की दिशा में यह पहल एक बहुत बड़ा कदम होगा। राज्य में प्रकृति की मनोरम परिदृश्य में बसे अनेक गांव हैं जो मुख्यधारा में आने को आतुर हैं । हमारा लक्ष्य इन्हें चिन्हित करने के साथ इनका विकास कर देशव्यापी पर्यटन क्षेत्र में  मॉडल गांव बना कर उभारना है। इस पहल के माध्यम से न केवल ग्रामीण भारत का सुदृढीकरण होगा अपितु राज्य की अर्थव्यवस्था बढ़ाने के साथ स्थानीय निवासियों के लिए स्वरोजगार के मार्ग भी खुलेंगे।

प्रतिस्पर्धा की भावना को जागृत करेगी: कुर्वे

पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने कहा कि यह प्रतियोगिता राज्य के गांवों में प्रतिस्पर्धा की भावना को जागृत करेगी जो अंततः ग्रामीण विकास, आपसी सहयोग की भावना और प्राकृतिक व सांस्कृतिक विरासत को संरक्षण और प्रोत्साहन देने का काम करेगी।