चार फर्जी बीएएमएस डिग्रीधारी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया

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भारतीय चिकित्सा परिषद रजिस्ट्रेशन कराकर संचालित कर रहे थे क्लीनिक

देहरादून। थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने चार फर्जी बीएएमएस डिग्रीधारी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से फर्जी डिग्रियां भी बरामद की गई है।

जानकारी के अनुसार थाना नेहरू कॉलोनी पर उप निरीक्षक दिलबर सिंह नेगी की दाखिल फर्द के आधार पर थाना नेहरू कॉलोनी पर धारा 420 467 468 471 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था तथा मामले से संबंधित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इसी क्रम में प्रकाश में आए 4 अन्य फर्जी बीएएमएस डिग्री धारी डॉक्टरों रोशन कुमार काला, अजय कुमार काला, मनोज सिंह नेगी व अनुराग नौटियाल को पूछताछ के लिए बुलाया गया। पूछताछ के दौरान आरोपियों की ओर से अपनी डिग्रियां विवेचक व एसआईटी प्रभारी को दिखाई गई, जिसका अवलोकन के दौरान एसटीएफ की जांच रिपोर्ट तथा भारतीय चिकित्सा परिषद की ओर से डॉक्टरों के सत्यापन कार्यवाही के बाद पंजीकरण निरस्तीकरण तथा राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंस बेंगलुरु कर्नाटका से डिग्रियों के सत्यापन के आधार पर डॉक्टरों की डिग्रियां फर्जी पाए जाने पर चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ करने पर बताया गया कि बीएएमएस की डिग्रियां इमलाख खान निवासी मुज्जफ्फरनगर यूपी की ओर से दिलाई गई थी। इमलाख खान ने बताया था कि उसका बाबा कालेज ऑफ स्टडीज नाम का मुजफ्फरनगर में कॉलेज है, जो कि राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ साईंस कर्नाटक बैंगलोर से सबद्ध है। जिस पर हम लोगों ने अपने शैक्षिक योग्यता बढ़ाने व भविष्य में राजकीय सेवा में अवसर प्राप्त करने के उद्धेश्य से साढ़े छह लाख रूपए प्रति डिग्री के हिसाब से प्रत्येक ने अलग-अलग माध्यमो से इमलाख खान को दिए थे। उसने कुछ ही महिनो में बीएएमएस का प्रोविजनल प्रमाण पत्र प्रदान कर दिया था और हमारा रजिस्ट्रेशन भी भारतीय चिकित्सा परिषद में करा दिया था। हम लोग वर्ष 2021 तक अपने अपने क्लिनिको में चिकित्सक के रूप में कार्य कर रहे थे। वर्ष 2021 में जब किसी ने हमारी शिकायत कर दी, तब भारतीय चिकित्सा परिषद ने हमारा रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया। उसके बाद हमे पता चला कि हमारे सार्टिफिकेट नकली हैं, तब हमने उक्त इमलाख खान से संपर्क कर पूछा तो उसने बताया कि तुम्हारा कोई कुछ नही बिगाड़ सकता है, सारा काम सही तरीके से हुआ है। उसके बाद उसने हमारा फोन उठाना बन्द कर दिया। सामने आए व गिरफ्तार आरोपियों के बैंक खातों की जांच की जा रही है। जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।