हथौड़ी से पेट पर किए वार, नुवान का इंजेक्शन लगाया

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रायपुर पुलिस ने किया हत्या का खुलासा

हत्यारोपी पति को किया गिरफ्तार, हथौड़ी, नुवान की शीशी व इंजेक्शन बरामद

देहरादून। रायपुर थाना क्षेत्र के सोड़ा सरोली में महिला की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।

पत्रकारों को जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि रंजीत सिंह साह ने फोन से सूचना दी की उसकी बहन पिंकी उम्र 26 वर्ष का विवाह कृष्ण साह के साथ वर्ष 2010 में बात हुआ था जिनके तीन बच्चे हैं जो वर्तमान में विद्या विहार सोडा सरोली थाना रायपुर क्षेत्र में रह रहे थे। उसकी बहन से 16 दिसंबर को फोन से बात हुई तो उसने बताया कि उसे उसके पति कृष्ण साह ने उसके साथ कुछ दिन पहले मारपीट की और हथौड़े से पेट और पीठ पर वार किए हैं, जिससे उसकी हालत बहुत खराब है। कुछ देर बाद मेरी बात मेरी भांजी से हुई जिसने बताया कि मम्मी हिल डुल नहीं रही है। सूचना पर तत्काल थानाध्यक्ष रायपुर मय पुलिस बल के घटनास्थल विद्या विहार सोडा सरोली पहुंचे जहां पहुंचकर पाया कि पिंकी देवी घर में मृत अवस्था में पड़ी है। पूछताछ करने पर मृतका के पति कृष्णा साह ने बताया कि उसकी पत्नी पिंकी सीढ़ियों से गिर गई थी, जिसे उनके द्वारा प्राइवेट डॉक्टर एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर में दिखाया था। जांच में मृतका पिंकी देवी की पीएम रिपोर्ट प्राप्त की गई जिसमें उनके पेट में अंदरूनी गंभीर चोट के कारण मृत्यु होना पाया गया। तथा अन्य परीक्षण के लिए मृतिका का विसरा संरक्षित किया गया है। विवेचना में पर्याप्त आए गए साक्ष्य के आधार पर आरोपी कृष्णा साह को सोडा सरोली मोटर मार्ग से गिरफ्तार किया गया। आरोपी की निशानदेही पर उसके मकान के पास झाड़ियों से आला कत्ल लोहे की हथौड़ी, नुवान की शीशी व इंजेक्शन बरामद किया गया। आरोपी कृष्ण साह से सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसकी पत्नी हर छोटी छोटी बातों पर लड़ाई झगड़ा किया करती थी। जिसके चलते आए दिन वह अपनी पत्नी से परेशान हो चुका था। सोडा सरोली में पानी नहीं आ रहा था जिसके लिए कुछ दूरी पर स्थित पानी लाना पड़ रहा था। जिसके लिए मैंने अपनी पत्नी को पानी लाकर मेरे व बच्चों के कपड़े धोने वह कमरे में पोछा लगाने व बर्तनों को साफ करने के लिए लगातार कह रहा था लेकिन जब मैं मिस्त्री के कार्य से शाम को 7 बजे आया तो मैंने देखा कि मेरी पत्नी ने कोई भी काम नहीं किया है। मैंने इस बात के लिए अपनी पत्नी को डांटा जिस पर वह मुझसे झगड़ा करने लगी जिस पर मैंने उससे अपना पल्ला झाड़ने के लिए उसके पेट में हथौड़ी से कई वार कर दिए। जिसमें वह बेहोश हो गई, मैंने सोचा वह मर गई है तथा मैं दूसरे कमरे में जाकर बच्चों को डराया धमकाया और कहा कि कोई भी पूछेगा तो बताना तुम्हारे मम्मी सीढ़ियों से गिर गई थी,  सुबह मैंने देखा कि वह कि वह जिंदा है तो मैं उसे प्राइवेट डॉक्टर के पास रायपुर ले गया, जिन्होंने मुझे अच्छे हॉस्पिटल में दिखाने को कहा तो मैं उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर ले गया,  लेकिन मेरी पत्नी लगातार पेट में दर्द होना बता रही थी, जिसके बाद मैंने अपनी पत्नी का अल्ट्रासाउंड कराया जिसमें मुझे पता चला कि मेरी पत्नी के पेट के अंदर गंभीर घाव हो गया है और वह बचने वाली नहीं है, यह बात मेरी पत्नी को पता चल गई थी, जिस पर मेरी पत्नी मुझे कहने लगी कि मैं तुम्हारी शिकायत पुलिस से करूंगी। गिरफ्तारी के डर से मैंने नुवान के सीसी का इंजेक्शन अपनी पत्नी को मारने के लिए लगा दिया जिससे रात लगभग 3 बजे मेरी पत्नी मर गई। बहुत जल्दी-जल्दी मैंने अपने साथ काम करने वाले मजदूरों को अंतिम संस्कार कराने के लिए बुला लिया था और बस भी बुक करा ली थी। तभी पुलिस आ गई, मुझे जानकारी हो गई थी की मेरा साला रिपोर्ट करने आ रहे है, मै भागने की फिराक में था।