रुड़की। राजविहार में युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित और जुर्म में शामिल रहे तीन युवकों समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपित ने दो साल पहले हुए विवाद का बदला लेने के लिए युवक को मौत के घाट उतारा था।
हत्या के प्रत्यक्षदर्शी रहे तीन गवाह 100 रुपये और बाइक लेकर इस पूरे जुर्म के साक्ष्य मिटाने में शामिल हुए थे। पुलिस इन सबसे पूछताछ कर रही है। शनिवार को सिविल लाइंस कोतवाली में एसएसपी अजय सिंह ने पत्रकार वार्ता में बताया कि नौ नवंबर 2020 को राज विहार स्थित गन्ने के खेत के पास युवक की हत्या कर दी गई थी।मृतक के शव की शिनाख्त सचिन उर्फ काका निवासी मोहनपुरा, रुड़की के रूप में हुई थी। स्वजन ने पुलिस को बताया था कि सचिन रोशनाबाद में चाट की ठेली लगाता था। वह दीपावली की छुट्टी पर घर आया था। उसने अपना मोबाइल ढंडेरा में एक युवक के पास गिरवी रखा था, जिसे छुड़वाने के लिए वह नौ नवंबर की शाम बाइक से निकला था।
जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने जांच करते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगाली। इसके आधार पर सीआइयू और कोतवाली पुलिस ने शनिवार को शादाब निवासी ढंडेरा को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में बताया कि दो साल पहले दोनों में झगड़ा हो गया था, जिसका वह बदला लेना चाहता था।बुधवार को उसने सचिन कश्यप को बाइक पर जाते देखा था। सचिन से बातचीत कर वह उसकी बाइक पर बैठ गया। एक दुकान से उसने चारपाई के लिए लोहे का पाया खरीद लिया।
इसके बाद वह नशा करने के लिए सचिन को अपने साथ राजविहार कालोनी ले आया। यहां मौका देखते ही सचिन के सिर पर लोहे के पाये से वार कर दिया, जिससे वह बेहोश हो गया। इसी बीच वहां नशा कर रहे शेरू, आसिफ और गौतम ने उसे देख लिया।