ग्रामीण क्षेत्रो में भी बढ़ती जा रही है स्तन कैंसर की दर

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प्राथमिक अवस्था में कैंसर का निदान व दूसरा समय पर इलाज

देहरादून। स्तन कैंसर विश्व में स्त्री में होने वाला प्रमुख कैंसर है लगभग 23 लाख की स्त्रियां प्रतिवर्ष इस भयानक कैंसर से की चपेट में आती हैं जोकि समस्त कैंसर का लगभग 12% है भारत में होने वाले कैंसर का लगभग 14% स्तन कैंसर होता है तथा लगभग 40% स्त्रियों की मृत्यु उसी वर्ष हो जाती है ।आजकल कैंसर जवान स्त्रियों में भी देखी जा रही है कम उम्र की स्त्रियों में भी जिनकी उम्र 50 से कम है यह एक गंभीर व चिंता का विषय है । ग्रामीण क्षेत्रो में भी स्तन कैंसर की दर पूर्व के मुकाबले में बढ़ती जा रही है। विश्व कैंसर रिपोर्ट के अनुसार स्तन कैंसर को कंट्रोल करने के लिए दो ही मुख्य तरीके हैं एक तो प्राथमिक अवस्था में कैंसर का निदान व दूसरा समय पर इलाज । कैंसर का प्राथमिक अवस्था में निदान करने के लिए सबसे जरूरी है आम जनता में कैंसर के लक्षणों के बारे में जानकारी व जागरूकता होना तथा समय-समय पर स्क्रीनिंग कराना जैसे मैमोग्राफी, सोनोग्राफी , चिकित्सक द्वारा समय समय पर जांच। महिलाअपना स्वम स्तन परीक्षण कर सकती है जो कि आसान है व जिसकी जानकारी अस्पताल से ली जा सकती है। अगर समय पर जांच वह समय पर इलाज हो जाए तो केसर के ठीक होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है तथा इलाज का खर्चा भी कम आता है। कैंसर के इलाज मुख्य रूप से सर्जरी, कीमोथेरेपी ,रेडिएशन थेरेपी तथा हार्मोन थेरेपी के द्वारा इलाज किया जाता है नई पद्धति में टारगेट थेरेपी का एक महत्वपूर्ण योगदान है जिसके नतीजे काफी अच्छे आ रहे हैं वर्तमान में दून अस्पताल में के कैंसर विभाग में स्तन कैंसर का इलाज का इलाज कीमोथेरेपी, हार्मोन थेरेपी, टारगेट थेरेपी द्वारा किया जा रहा है जोकि आयुष्मान के मरीजों के लिए के लिए बिल्कुल मुफ्त है।

स्तन में कोई भी ऐसा लक्षण होने पर या किसी तरह का शक होने पर दून अस्पताल में स्तन क्लीनिक में दिखाया जा सकता है कैंसर का शक होने पर प्रथम तल में कैंसर ओपीडी में भी दिखाया जा सकता है। दूर अस्पताल में कैंसर के निदान के समस्त सुविधा उपलब्ध है जिसमें मैमोग्राफी इत्यादि हैं कैंसर के प्रति जागरूकता से ही कैंसर से बचा जा सकता है समय पर अपनी जांच कराएं ।संतुलित पौष्टिक भोजन खाएं ,नियमित व्यायाम करें। तंबाकू का सेवन किसी भी रूप में बिल्कुल ना करें हार्मोन संबंधी इलाज किसी को विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह से ही कराएं। कैंसर से डरने की नही लड़ने की।जरूरत है। क्यों कि कैंसर अब लाइलाज नही ।इस लड़ाई में दूंन हॉस्पिटल का कैंसर विभाग उनके साथ है।
कैंसर ठीक हो सकता है यदि समय पर निदान व जल्दी इलाज हो ।

डॉ़. दौलत सिंह प्रोफेसर एचओडी ऑंकोलॉजी राजकीय दून मेडिकल कॉलेज

कैंसर के संभावित लक्षण
स्तन के आकार या आकृति में परिवर्तन
स्तन में गांठ का होना या कांख में ग्रंथि का होना।
स्तन के ऊपर की चमड़ी में सुखापन आ जाना। रंग का बदलना। निप्पल से खून या अप्राकृतिक स्त्राव का होना। या निप्पल का अंदर की तरफ धसना।