चौक का नाम स्वर्गीय हरबंश कपूर के नाम से किया जाएगा: महाराज

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*सिंचाई मंत्री ने 148.23 लाख से निर्मित होने वाली सड़क का किया शिलान्यास*

देहरादून 18 जुलाई । कौलागढ़ नहर के भाग 2 गढ़ी चौक के पास विभाग की उपलब्ध भूमि पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक फाउंटेन का निर्माण कर चौक का नाम स्वर्गीय हरबंस कपूर जी के नाम पर रखा जाएगा।

उक्त बात के प्रदेश के सिंचाई लोक निर्माण पर्यटन पंचायती राज ग्रामीण निर्माण जलागम धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने गढ़ी कैंट विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत नहर चौक से हेलीपैड रोड नींबू वाला तक सिंचाई विभाग द्वारा 148.23 लाख की धनराशि से निर्मित होने वाली सड़क के शिलान्यास अवसर पर कही। शिलान्यास कार्यक्रम में स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि जो सपना स्वर्गीय हरबंस कपूर जी ने देखा था आज उसे साकार करने का वक्त आ गया है। स्वर्गीय श्री कपूर निरंतर क्षेत्र के विकास को सक्रिय रहे हैं। आज उनकी स्नेह स्मृतियां हमारे हृदय पर अंकित हैं।

सिंचाई मंत्री श्री महाराज ने कहा कि कौलागढ़ नहर के भाग 2 में दोनाली के पास चौक का निर्माण कर उसका नाम पर यह श्री हरबंस कपूर जी के नाम से रखा जाएगा। गढी चौक के पास विभाग की उपलब्ध भूमि पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक वॉल फाउंटेन का निर्माण भी किया जाएगा। गढी चौक के पास विभाग की उपलब्ध भूमि को योग के लिए विकसित किया जाएगा जिससे क्षेत्र के आम जनमानस को इसकी सुविधा मिल सके।

सिंचाई मंत्री श्री महाराज ने कहा कि गढ़ी कैंट विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत नहर चौक से हैलीपैड रोड़ नींबूवाला तक सड़क निर्माण के लिए स्थानीय विधायक पार्षद एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों द्वारा बार-बार मांग की जा रही थी। उक्त रोड के निर्माण से नींबूवाला, बाजावाला, फूलसैणी, कौलागढ़ एवं इससे लगे क्षेत्र के लोगों को काफी सुविधा मिलेगी।

इस मौके पर कैंट विधायक श्रीमती सविता कपूर, पार्षद श्रीमती समिधा गुरूंग, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अमित कपूर, मंडल अध्यक्ष बबलू बंसल, महानगर उपाध्यक्ष उदय सिंह पुंडीर, देवेंद्र सिंह पाल, सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियंता मुकेश मोहन, मुख्य अभियंता जयपाल सिंह, अधीक्षण अभियंता आर. के. तिवारी, अधिशासी अभियंता रघुवीर सिंह गुसाईं, सहायक अभियंता डी. एस. सरियाल, विजय चौहान, सुरेंद्र श्रीकोटी, संदीप तोमर, हरि दर्शन सिंह रावत, निखिल भट्ट, अरुण गोस्वामी आदि मौजूद थे।