वन गुज्जर समाज को निशाना बना रहें हैं असामाजिक तत्व
डिग्रियों की समकक्षता व अन्य समस्याओं को लेकर पत्र सौंपा
देहरादून। राष्टीय अल्पसंख्यक शिक्षण संस्था आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र कुमार जैन को त्यूणी और मदरसा बोर्ड की डिग्रियों की समकक्षता व अन्य समस्याओं को लेकर पत्र सौंपा गया। पत्र में कहा गया कि हरिद्वार, देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, रूद्रप्रयाग व चमोली, अल्मोडा, नैनिताल व उधमसिंह नगर सहित विभिन्न जिलों में वन गुज्जर समाज कई दशकों से आबाद है, इन में से हजारों परिवारों के पास राज्य सरकार की ओर से प्रदान किए गए वन परमिट भी हैं, पूर्व में सैकड़ों वन गुज्जर परिवारों को केंद्र सरकार व राज्य सरकार की ओर से विस्थापित भी किया गया है। मगर काफी लंबे समय से कुछ असामाजिक तत्व समाज में आशांति फैलाने की नियत से वन गुज्जर समाज को निशाना बना रहें हैं। गुज्जर को उनके धार्मिक, शैक्षिक कार्यो से रोका जा रहा है। साथ ही अपनी नीजि संपत्तियों में निवास करने वालों वन गुर्जरों तक को क्षेत्र से बेदखल करने ओर समाजिक बहिष्कार करने तक की धमकी दी जारी है। वन गुज्जर समाज की ओर से शैक्षिक कार्य के लिये बनाए गए केंद्रों को तोड़ा जा रहा है। ताजा मामला जनपद देहरादून की त्यूणी तहसील का है। महोदय, जनपद देहरादून के त्यूणी तहसील के अंतर्गत दारागाड़, सुनीर गावं, चांटी, अटाल, हिड़सू, अणू प्लासू, लखवाड़, चान्दनी, मेंद्रथ डंडोली, पुरटाड (धनराश), हनोल (बिवलाड़ा) आदि में पीढियों से हमारे सैकड़ों वन गुज्जर परिवार निवासरत है। पिछले कुछ समय से क्षेत्र के कुछ असमाजिक तत्व यहा से चले जाने की धमकी दे रहे है। इस संबंध में जिला अधिकारी व पुलिस कप्तान को शिकायत दर्ज कराई थी, जिला अधिकारी ने एसडीएम चकराता व पुलिस कप्तान ने त्यूणी थाना इंचार्ज को मामला का संज्ञान लेने को कहा था। मांग की गई है कि प्रकरण में न्यायिक जांच कराने के लिए संस्तुति करने व आशांती फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाए। पत्र सौंपने वालों में मौहम्मद रमजान, शमशेर अली, अशरफ अली, सुफी नूर अहमद, अली शेर, शमशाद, अमीर हम्जा, खुर्शीद अहमद, मोहम्मद शाह नज़र, मौलाना अब्दुल मन्नान, मास्टर अब्दुल सत्तार के अलावा ईसाई, बौद्ध धर्म के लोग भी मिले हैं।