देहरादून: देश समेत साइबर अपराध उत्तराखंड में भी तेजी से पैर पसार रहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय पोर्टल द्वारा जारी किए गए 22 महीने के आंकड़ों के अनुसार, देहरादून जिला देशभर में साइबर क्राइम के मामलों में पांचवें स्थान आ गया है। डेटा के मुताबिक राज्य में पिछले कुछ सालों से लगातार साइबर क्राइम के मामले बढ़े हैं। पिछले तीन साल में करीब चार गुना केस बढ़ चुके हैं।
आंकड़ों के मुताबिक देहरादून में औसतन हर दिन पांच लोग साइबर ठगी का शिकार होते हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक 1 अगस्त 2019 से 31 मई 2021 के बीच देहरादून में 3056 लोग साइबर अपराध के शिकार हुए। वहीं राहत की बात ये है कि उत्तराखंड पुलिस साइबर अपराध मामलों में कार्रवाई को लेकर देश की सर्वश्रेष्ठ रिस्पांस सूची में शामिल है। केंद्रीय रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स और साइबर क्राइम पुलिस संदिग्ध नंबर और खातों की निगरानी करने में देश के शीर्ष चार राज्यों में शामिल है
वही देहरादून के रायपुर निवासी महिला के साथ साइबर क्राइम की घटना सामने आई है, जिसमें एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन के माध्यम से सम्पर्क कर स्वंय को बीमा पालिसी एजेन्ट बताते हुये उनके भाई की बीमा पालिसी की प्रीमियम जमा न होने के कारण पालिसी समाप्त होने की बात कहते हुये प्रीमियम जमा करने व उक्त पालिसी की धनराशि को शेयर मार्केट में लगाने की बात कहते हुये वर्ष 2014 से वर्ष 2021 तक शिकायतकर्ता के साथ बीमा पालिसी के नवीनीकरण व शेयर मार्केट में लगाकर लाभ कमाने का लालच देकर करीब 6800000 ( अडसठ लाख रुपये) रुपये की धनराशि धोखाधडी से विभिन्न बैक खातो में प्राप्त करने सम्बन्धी शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई।
साइबर क्राइम पुलिस द्वारा आरोपी में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, ई-वालेट तथा बैंक खातों के बारे में जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि धनराशि दिल्ली एनसीआर व उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के विभिन्न बैंक खातो में जमा करायी गयी है तथा आरोपियों द्वारा घटना को कारित करने के लिये उत्तर प्रदेश राज्य के विभिन्न जिलो के व्यक्तियों के फर्जी आईडी कार्ड के आधार पर मोबाईल नम्बर का प्रयोग कर अपराध कारित किया गया।