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अनाथ हुए बच्चों की आर्थिक सहायता की गुहार बच्चों को लेकर डीएम से मिलना पहुंचा नेत्रहीन रिटायर्ड फौजी 

शामली। क्षेत्र के गांव लिसाढ निवासी एक रिटायर्ड फौजी ने पुत्र की कोरोन से मौत होने के बाद अनाथ हुए उसके बच्चांे के भरण पोषण के लिए डीएम से गुहार लगायी है। जानकारी के अनुसार क्षेत्र के गांव लिसाढ निवासी रिटायर्ड फौजी चाहीराम ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को एक प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि 1965 के युद्ध में वह आंखों से अंधा हो गया था, उसके तीन पुत्र थे, बडा पुत्र देवेन्द्र अविवाहित था और रविन्द्र शादी होने के बाद अपनी पत्नी को लेकर किसी अन्य जगह रहने लगा जिससे उनका कोई संपर्क नहीं है। उसके पास कोई जमीन जायदाद भी नहीं है। लगभग दो साल पूर्व राजीव की पत्नी राजीव व दो बच्चों को छोडकर चली गयी थी और पिछले साल राजीव की भी कोरोना से मौत हो गयी थी। अब उसका पुत्र देवेन्द्र ही उसका और दोनों बच्चों का पालन पोषण करता है लेकिन देवेन्द्र की भी 14 जून को मौत हो गयी। अब उक्त दोनों बच्चे उसी के पास रहते हैं लेकिन उसे दिखाई न देने के कारण बच्चों की सही देखभाल नहीं हो पा रही है। उसने डीएम से दोनों अनाथ बच्चों की आर्थिक सहायता, पढाई एवं उनके भोजन आदि का खर्च दिलाए जाने की मांग की है।

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