(दिल्ली एवं उ०प्र प्रभारी सिद्धार्थ भारद्वाज)
चौसाना/शामली। अलीगढ में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत के बाद शासन के निर्देश पर नकली शराब बनाने वालों के खिलाफ आबकारी विभाग ने भी कमर कस ली है। गुरुवार की देर रात नकली शराब की सूचना पर आबकारी टीम ने गांव दथेडा स्थित शराब के ठेके पर छापेमारी करते हुए भारी मात्रा में नकली शराब की पेटियां बरामद की। टीम ने ठेका सेल्समैन को हिरासत में ले लिया वहीं ठेके को भी सीज कर दिया। क्षेत्र में ठेका संचालक मुनाफे के चक्कर में ग्राहकों की जान से खिलवाड कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों अलीगढ में जहरीली शराब के सेवन से कई लोगों की मौत हो गई थी उसी दिन से शासन के निर्देश पर नकली शराब बनाने वालों के खिलाफ ताबडतोड कार्रवाई की जा रही है। शामली जनपद में भी आबकारी विभाग नकली शराब बनाने वालों की धरपकड में जुटा है। गुरुवार की देर शाम आबकारी विभाग को सूचना मिली कि चौसाना के दथेडा गांव स्थित शराब के ठेके पर नकली शराब की बिक्री की जा रही है। सूचना पर जिला आबकारी अधिकारी हरिओम सिंह ने अपनी टीम के साथ ठेके पर छापा मारा जहां भारी मात्रा में नकली शराब की पेटियां बरामद हुई। टीम ने ठेके के सेल्समैन को भी हिरासत में ले लिया तथा ठेका सीज कर दिया। हालांकि चर्चा है कि विभगीय अधिकारी सांठगांठ के चलते मामले को दबाने के प्रयास में लगे हुए हैं। वहीं दथेडा में ठेके पर छापेमारी के बाद अन्य ठेकों पर भी ‘सफाई’ कार्य शुरू हो गया है।
तीन गुना मुनाफे से बिकती है जहरीली शराब
चौसाना। सरकारी शराब की दुकानों पर तोहफा मार्का नाम से शराब की बोतलों को लोग आंखे बंद करके खरीदते है क्योकि लोगो को विश्वास होता है कि सरकारी दुकान है यहां नकली शराब नही मिलेगी लेकिन ठेका संचालक ग्राहकों की जान से खिलवाड करने में लगे हुए हैं। आबकारी सूत्रों के अनुसार शराब माफिया तोहफा नामक नकली शराब की पेटी करीब 1200 रुपये में बेचकर जाते हैं और ठेका संचालक उसी शराब को 3200 रुपये में बेचकर मोटा मुनाफा कमाता है जिससे एक तरफ तो सरकार को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है वहीं लोगों की जान भी खतरे में रहती है।
अलीगढ में हुई थी सैेंकडों मौतें
चौसाना। जून माह के शुरू में ही अलीगढ में जहरीली मौतों से जो तांडव हुआ उससे पूरा प्रदेश हिल गया। जहरीली शराब पीने से भटटे पर काम करने वाले दर्जनों मजदूरो सहित 103 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवा दी जिसके बाद शासन हरकत मेें आया। शासन के निर्देश पर जनपद में भी अधिकारियों ने अभियान चलाकर ठेकों पर ताबडतोड छापेमारी की लेकिन कहीं कोई बडी सफलता हाथ नहीं लग पायी। जनपद के अधिकारी बोलते हैं कि कहीं ओवर रेट के शराब नहीं बिक रही हैं। हमारा कहना है कि कहीं भी जनपद में प्रिंट रेट पर शराब नहीं बिक रही हैं। 10 रूपये से 30 रूपये तक जनपद शामली में प्रिंट रेट से ज्यादा शराब के ठेकों पर वसूले जाते हैं पर प्रशासन आंखों पर पट्टी बांध कर बैठा हैं या कोई अन्य कारण भी हो सकता है ??ये पब्लिक है सब जानती है।
इन्होंने कहा…
दथेडा में छापेमारी के दौरान शराब में पानी मिलाने व नकली शराब की बोतले मिली है। ठेके को सीज कर दिया गया है। पूरे मामले की रिपोर्ट डीएम को सौंपी जायेगी। डीएम के आदेशानुसार अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।
-हरिओम सिंह, जिला आबकारी अधिकारी