हल्द्वानी: कोरोना का असर विभागीय आमदनी पर भी पड़ा है। नगर निगम भी इससे अछूता नहीं है। कोरोना कर्फ्यू प्रभावी होने के बाद तो लोग टैक्स जमा कराने तक नहीं आ रहे। इससे कोरोना काल में फ्रंटलाइन वर्कर की तरह काम में जुटे पर्यावरण मित्रों के सामने मानदेय का संकट मंडराने लगा है।
पिछले वित्तीय वर्ष का ही भवन व स्वच्छता कर का एक करोड़ से अधिक बकाया है। 25 प्रतिशत छूट देने के बाद भी टैक्स जमा कराने में रुचि नहीं दिखा रहे। दुकान किराये का भी यही हाल है। शहर में नगर निगम की एक हजार से अधिक दुकानें हैं।
कर्फ्यू का हवाला देकर व्यावसायी किराया जमा कराने से बच रहे हैं। 70 लाख से अधिक दुकान किराया बकाया है। ट्रेड लाइसेंस नवीनीकरण का काम भी एक तरह से ठप हो गया है।
हल्द्वानी नगर निगम में मोहल्ला स्वच्छता समिति के तहत 252 कर्मचारी कार्यरत हैं। उपनल व नाला गैंग में 40 कर्मचारी काम करते हैं। आउटसोर्सिंग से नियुक्ति होने से निगम को इनके मानदेय का भुगतान खुद के संसाधनों से होने वाली आय से करना होता है। इसके लिए हर माह 25 लाख की जरूरत होती है।
नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया ने बताया किकोरोना की वजह से टैक्स आना बंद हो गया है। ऐसी स्थिति में कर्मचारियों के मानदेय व दूसरे खर्च का भुगतान मुश्किल हो जाएगा। व्यापारियों व शहरवासियों से टैक्स जमा कराने की अपील की जा रही है।