उत्तराखण्ड

किसानों के संघर्ष की सफलता के लिए की अरदास

देहरादून:  सुखमनी साहब सेवा सोसाइटी प्रेमनगर द्वारा गुरद्वारा गुरु सिंह सभा प्रेमनगर में किसान संगठनों के समर्थन व मोदीजी को सदबुद्धि के लिए धार्मिक आयोजन किया गया जिसका आरंभ सुखमनी साहब जी के पाठ से हुआ। भाई आजाद सिंह ने गुरुबाणी के शबद मन हाली किरसाणी करनी, सरम पाणी तन खेत और  हक पराया नानका, उस सूअर उस गाय गा कर जहां किसानों के दर्द से जोड़ा वहीं अहंकार में डूबी सरकार पर तंज कसा।

इभाई शमशेर सिंह पटेलनगर वालों ने भी किसानों का समर्थन करते हुए सरकार को आड़े हाथों लिया और गुरबाणी के शबद कोऊ हरि समान नहीं राजा। ऐ तो भूपत दिवस चार के झूठे करत दिवाजा को आधार बनाकर किसानों के संघर्ष झूठ व अहंकार के विरुद्ध जन आन्दोलन बताया।

मंच संचालक जसबीर सिंह ने किसान आंदोलन का पूरा दृश्य संगतों के समक्ष रखते हुए कहा कि यह लड़ाई सिर्फ किसानों की नहीं है सीधे आप सभी को बचाने के लिए है। मोदीजी जी की तुलना कारू बादशाह से करते हुए आगाह किया कि यदि किसान किसी से डरने वाले नहीं और आने वाले समय में आम जनमानस इनके साथ खड़ा होगा। और स्वाभाविक है कि जो झुकता नहीं वह टूटता ही है।

सेवा सिंह मठारू ने भी किसानों का समर्थन करते हुए आह्वान किया कि यदि जाना पड़ा तो समर्थन के लिए दिल्ली भी जाएंगे। हिम्मत सिंह ने कहा अधिकार सभी के होते हैं फिर भी लेने के लिए लडना पड़ता है। आज किसान सर्द रातों में खुले आसमान के नीचे बैठे हैं यह सरकार के लिए बहुत शर्म नाक है।’ मनदीन सिंह जी ने सरल शब्दों में कहा कि ये आंदोलन हर उस व्यक्ति का है जिसके साथ पेट जुड़ा हुआ है।

सरकार और मंत्री अनाप शनाप बयान देकर प्रजा को भड़का रहे हैं उन्हें इससे बाज आना चाहिए।’मनमोहन सिंह खालसा पत्रकार ने कड़े शब्दों में मोदीजी को चेताया कि यदि देरी हुई तो सरकार जिम्मेदार होगी।

गुरद्वारा प्रेमनगर के सचिव सरू महिंद्र सिंह ने भी किसानों का समर्थन करते हुए सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द काले कानून वापिस लिए जाएं। गुरु साहिब जी के चरणों में अरदास की गई कि किसानों को कामयाबी प्रापत हो ताकि अहंकार चकनाचूर हो, और मोदी को सदबुद्धि प्रदान हो।

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3 Comments

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