सहित्य
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भगत भूल कर भी मत आना, भारत भू की मांटी में : हलधर
आज शहीदे ए आज़म सरदार भगत सिंह की जयंती पर उनको समर्पित :– कविता – कवि और शहीद भगत सिंह…
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छेड़ मत इतिहास को भूगोल भी घिर जाएगा:जसवीर
छेड़ मत इतिहास को भूगोल भी घिर जाएगा। मज़हबी तूफान में बूढ़ा शजर गिर जाएगा । सांझला चूल्हा हजारों साल…
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मन में रावण बैठा है यदि, बोलो कैसे राम मिलेगा ।
-साधन और साधना ——————————— मन में रावण बैठा है यदि, बोलो कैसे राम मिलेगा । साधन ही दूषित होंगे तो,…
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और सबके होंठों पर तैर गई *’ढाई इंच मुस्कान’*
हास्य कवि राकेश जैन के पहले काव्य संग्रह का हुआ विमोचन। देहरादूनः आज के इस तनावपूर्ण माहौल में किसी व्यक्ति…
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ये भारत अब पहले सा नहीं सरल है ! जसबीर सिंह हलधर
कविता –नया भारत ———————— निर्णय ले आया घट घट नया उजाला । अब राम लला का मंदिर बनने वाला ।।…
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वो हिंदुओं के खून को कहता है पसीना: हलधर
ग़ज़ल (हिंदी) साहित्य का हमने जिसे माना था नगीना । उर्दू जिसे हीरा कहे हिंदी भी ज़रीना ।। फिरकापरस्ती रोग…
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विज्ञान भारती द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में प्रकाशित पुस्तक का मुख्य मंत्री ने किया विमोचन।
देहरादून 21 अगस्त। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में विज्ञान भारती द्वारा आजादी के…
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जौनसार बावर के जननायक पं. शिवराम की कविताओं का संग्रह कर संजोया जायेगाः धामी
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को आई.आर.डी.टी सभागार, सर्वे चौक, में जौनसार बाबर के प्रथम कवि पं. शिवराम…
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आज़ादी अभी अधूरी है! हलधर
गीत-आज़ादी अभी अधूरी है ! ——————————— लिखना मेरी मजबूरी है ,पाठक का ध्यान जरुरी है । झोपड़ियों में चूल्हे ठंडे…
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छंदों में द्वन्द बांधता हूँ , क्या जानूँ मैं कविता गाना : हलधर
गीत -कलम सिपाही — छोटा सा कलम सिपाही हूँ ,ये ही मेरा है अफसाना । छंदों में द्वन्द बांधता हूँ…
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