देहरादून में एसटीएफ ने फोड़ा़ रिव्यू/रेटिंग स्कैम का भंडाफोड़, मुख्य आरोपी राजस्थान से गिरफ्तार

देहरादून 10 दिसंबर। एसटीएफ उत्तराखण्ड की साइबर क्राइम पुलिस टीम ने पूरे देश में सक्रिय रिव्यू/रेटिंग स्कैम का पर्दाफाश करते हुए करीब 70 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी के मामले में मुख्य आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है।
गूगल रिव्यू/रेटिंग के नाम पर हरिद्वार निवासी से 70 लाख की ठगी
अज्ञात साइबर ठगों ने स्वयं को ‘CME Group’ कंपनी का अधिकारी बताकर पीड़ित को गूगल रिव्यू/रेटिंग का वर्क फ्रॉम होम का लालच दिया। टेलीग्राम लिंक के जरिए एक ग्रुप में जोड़कर अलग-अलग कार्यों के लिए प्रीपेड राशि जमा करने को कहा गया।
पीड़ित ने 70,31,436 रुपये विभिन्न बैंक खातों में जमा कर दिए। बाद में टैक्स और क्रेडिट स्कोर के बहाने और पैसा मांगा गया तथा फंड निकालने से मना कर दिया गया।
डेटा विश्लेषण से खुला राज
साइबर क्राइम पुलिस द्वारा बैंक, मोबाइल नंबर, व्हाट्सएप और अन्य डिजिटल साक्ष्यों के विश्लेषण में पता चला कि जनास्मॉल फाइनेंस बैंक के एक खाते में पीड़ित से 23,01,374 रुपये जमा कराए गए थे।
यह खाता निक्की जैन निवासी जयपुर के नाम से संचालित पाया गया। खाते से 22,90,000 रुपये आरोपी द्वारा स्वयं निकाले जाने की पुष्टि हुई।
आरोपी फरार, पर पुलिस के पीछा करने पर गिरफ्त में
एसएमएस अलर्ट मोबाइल नंबर की लोकेशन जयपुर मिलने पर पुलिस टीम ने जयपुर में दबिश दी।
पहली बार में आरोपी मोबाइल बंद कर फरार हो गया, लेकिन पुनः लोकेशन और मुखबिर की सूचना पर 09 दिसंबर 2025 को जयपुर के मुहाना थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार आरोपी
निक्की जैन, पुत्र विनोद कुमार जैन
निवासी श्रीजीनगर, सागानेर, थाना मुहाना, जिला जयपुर (राजस्थान), उम्र 35 वर्ष
बरामदगी
Realme मोबाइल फोन मय सिम
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पुलिस टीम
1. निरीक्षक आशीष गुसांई2. उप निरीक्षक हिम्मत सिंह
3. अपर उप निरीक्षक गोपाल सिंह 4. आरक्षी सोहन बडोनी
जनता से महत्वपूर्ण अपील
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह ने नागरिकों से अपील की है कि–
अनजान नंबरों/वीडियो कॉल पर व्यक्तिगत जानकारी न दें।
कोई भी एजेंसी ऑनलाइन गिरफ्तारी नहीं करती।
गूगल से कस्टमर केयर नंबर खोजकर कॉल न करें।
यूट्यूब लाइक/सब्सक्राइब, फर्जी निवेश वेबसाइट, टेलीग्राम इन्वेस्टमेंट ऑफर से बचें।
कम समय में अधिक लाभ देने वाले निवेश प्रस्तावों में न फंसें।
धोखाधड़ी का संदेह होने पर तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम स्टेशन से संपर्क करें।
वित्तीय साइबर अपराध होने पर तत्काल 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।


