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टीएचडीसी ने टिहरी पीएसपी की तीसरी यूनिट (250 मे.वा.) का वाणिज्यिक संचालन शुरू किया

भारत के स्वच्छ ऊर्जा ट्रांज़िशन को मिली नई गति

ऋषिकेश, 09 दिसंबर। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने उत्तराखंड के टिहरी में विकसित 1000 मेगावाट क्षमता वाले वेरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) की तीसरी यूनिट (250 मेगावाट) की वाणिज्यिक संचालन प्रक्रिया (सीओडी) सफलतापूर्वक प्रारंभ कर दी है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि का शुभारंभ माननीय केंद्रीय विद्युत तथा आवास एवं शहरी कार्य मंत्री, भारत सरकार, श्री मनोहर लाल द्वारा वर्चुअल माध्यम से किया गया।

इस उपलब्धि के साथ टिहरी पीएसपी देश का पहला वेरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज प्लांट और किसी भी सीपीएसई द्वारा संचालित अपनी तरह का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट बन गया है। इससे पहले पहली और दूसरी यूनिट की सीओडी प्रक्रिया जून और जुलाई 2025 में शुरू हुई थी।

कार्यक्रम में माननीय श्री श्रीपाद नाइक, राज्य मंत्री (विद्युत एवं नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय), माननीय श्री ए. के. शर्मा, ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार, तथा विद्युत क्षेत्र से जुड़े अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। टीएचडीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री सिपन कुमार गर्ग ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।

मंत्रीगणों के विचार

श्री मनोहर लाल, केंद्रीय विद्युत मंत्री ने टीएचडीसी टीम को बधाई देते हुए कहा कि बढ़ती ऊर्जा मांग के बीच पंप स्टोरेज प्लांट चौबीसों घंटे विश्वसनीयता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। टिहरी पीएसपी, जिसकी तीनों यूनिटें अब चालू हो चुकी हैं, वर्ष 2047 तक ‘विकसित भारत’ के विज़न को साकार करने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।

श्री श्रीपाद नाइक, राज्य मंत्री ने कहा कि पंप स्टोरेज समाधान विकसित करने में टीएचडीसी एक अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम बनकर उभरा है। तीसरी यूनिट का वाणिज्यिक संचालन 1000 मेगावाट क्षमता वाले इस प्रोजेक्ट को पूर्ण रुप से कमीशन करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

श्री ए. के. शर्मा, ऊर्जा मंत्री, उत्तर प्रदेश ने कहा कि 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा के राष्ट्रीय लक्ष्य की दिशा में टिहरी पीएसपी अत्यंत आवश्यक बैलेंसिंग क्षमता प्रदान करेगा।

वरिष्ठ अधिकारियों के वक्तव्य

विद्युत मंत्रालय के सचिव श्री पंकज अग्रवाल (IAS) ने टिहरी पीएसपी व खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की सफल प्रगति के लिए टीएचडीसी टीम की सराहना की।

सीईए चेयरपर्सन श्री घनश्याम प्रसाद ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि को तकनीकी दृष्टि से चुनौतीपूर्ण होने पर भी सफलतापूर्वक पूरा होने के लिए टीएचडीसी की प्रशंसा की।

एनटीपीसी के सीएमडी श्री गुरदीप सिंह ने इसे ऊर्जा-भंडारण समाधानों को सुदृढ़ करने वाला राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया।

टीएचडीसी प्रबंधन का वक्तव्य

टीएचडीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री सिपन कुमार गर्ग ने केंद्रीय और राज्य सरकारों, विद्युत मंत्रालय, सीईए, एनटीपीसी और सभी सहयोगी संस्थाओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि तीसरी यूनिट के वाणिज्यिक संचालन के साथ देश को अतिरिक्त 750 मेगावाट उत्पादन क्षमता और 750 मेगावाट पंपिंग क्षमता मिलेगी।

उन्होंने यह भी बताया कि पहली और दूसरी यूनिटें लगभग 80% राउंड ट्रिप एफिशिएंसी के साथ कार्य कर रही हैं, जो वेरिएबल-स्पीड तकनीक की उत्कृष्टता प्रदर्शित करती है।

भारत की स्वच्छ ऊर्जा क्षमता को मजबूती

टिहरी वेरिएबल स्पीड पीएसपी को विशेष रूप से फ्लेक्सिबल पीकिंग पावर और ग्रिड बैलेंसिंग सपोर्ट के लिए डिजाइन किया गया है। यह प्रोजेक्ट भारत की नवीकरणीय ऊर्जा को अधिक प्रभावी ढंग से राष्ट्रीय ग्रिड में समाहित करने की क्षमता को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाता है।

तकनीकी टीम में टीएचडीसी के वरिष्ठ अधिकारी तथा GE वर्नोवा, एचसीसी सहित प्रोजेक्ट कंसोर्टियम के प्रतिनिधि मौजूद रहे। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की इक्विटी में एनटीपीसी एवं उत्तर प्रदेश सरकार की हिस्सेदारी है।

यह उपलब्धि अत्याधुनिक हाइड्रोपावर समाधानों में टीएचडीसी की नेतृत्व क्षमता को फिर से सिद्ध करती है और भारत की स्वच्छ ऊर्जा यात्रा को नई राह दिखाती है।

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