मुख्यमंत्री धामी ने रिखणीखाल में शहीद स्मरण समारोह में किया शिरकत -₹102.82 करोड़ की 11 विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास

पौड़ी। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को राजकीय इंटर कॉलेज रिखणीखाल, पौड़ी गढ़वाल में आयोजित शहीद स्मरण समारोह में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कुल ₹102.82 करोड़ की लागत से 11 विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें ₹56.58 करोड़ की लागत से 6 योजनाओं का लोकार्पण तथा ₹46.24 करोड़ की लागत से 5 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने रिखणीखाल इंटर कॉलेज का नाम श्री गुणानंद के नाम पर रखने की घोषणा की। इसके साथ ही क्षेत्र के विकास हेतु सड़क, पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं पशुपालन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि “रिखणीखाल जैसी वीर भूमि से हमें सदैव प्रेरणा मिलती है। यहां के लोग देशभक्ति और परिश्रम का प्रतीक हैं।”
मुख्यमंत्री ने विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण किया और स्थानीय उत्पादों की जानकारी ली। उन्होंने ओखली में धान कूटा, सिलबट्टे पर चटनी पीसी और मट्ठा बिलोया, जिससे स्थानीय परंपराओं के प्रति उनका आत्मीय जुड़ाव झलका। उन्होंने कहा कि पहाड़ी उत्पादों की मांग देश-विदेश में तेजी से बढ़ रही है, और लोगों को स्वरोजगार अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अवसर केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि सभी शहीदों को सामूहिक श्रद्धांजलि देने का क्षण है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के वीर सैनिकों ने हर युद्ध और आपदा में देश का नाम रोशन किया है। राज्य सरकार सैनिकों और उनके परिजनों के कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने बताया कि शहीदों के परिजनों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹50 लाख कर दी गई है। साथ ही, परमवीर चक्र और अन्य वीरता पुरस्कार विजेताओं की पुरस्कार राशि में भी उल्लेखनीय वृद्धि की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिकों को भूमि खरीद पर 25% तक की स्टांप ड्यूटी में छूट दी जा रही है तथा शहीदों के परिजनों को सरकारी सेवा में संयोजन के तहत 28 परिजनों को नियुक्ति प्रदान की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि देहरादून में बन रहे भव्य सैन्य धाम का लोकार्पण शीघ्र किया जाएगा। यह धाम उत्तराखंड के हर वीर परिवार की आस्था और गौरव का प्रतीक बनेगा।
मुख्यमंत्री ने पौड़ी जिले में हो रहे विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि कंडोलिया में 100 मीटर ऊँचा राष्ट्रीय ध्वज और जनरल बिपिन रावत पार्क का निर्माण पूरा हो चुका है। सतपुली झील, धारी देवी पैदल मार्ग, ट्राइडेंट पार्क और चारधाम पैदल मार्ग जैसे प्रोजेक्ट राज्य के पर्यटन को नई दिशा देंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार क्षेत्रवाद और जातिवाद से ऊपर उठकर सुशासन के लिए कार्य कर रही है। सरकार ने समान नागरिक संहिता (UCC), नकल विरोधी कानून, दंगा विरोधी कानून और ऑपरेशन कालनेमि जैसे ऐतिहासिक कदम उठाए हैं।
विधायक महंत दिलीप रावत ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि सैन्य धाम के निर्माण से राज्य का गौरव और बढ़ा है। उन्होंने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में यूसीसी, नकल विरोधी कानून और रोजगार सृजन को लेकर किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
इस अवसर पर एडम बटालियन कमांडर कर्नल मंजुल कफल्टिया ने कहा कि भारतीय सेना सदैव शहीदों के परिजनों के साथ खड़ी है।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, उपाध्यक्ष गौ सेवा आयोग पं. राजेंद्र अन्थवाल, जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे
