उत्तराखण्ड

उद्गार साहित्यिक एवं सामाजिक मंच देहरादून ने किया शिक्षकों का सम्मान

देहरादून। उद्गार साहित्यिक एवं सामाजिक मंच देहरादून का 32 वाँ स्थापना दिवस समारोह  देहरादून के प्रतिष्ठित सभागार “हिंदी भवन” में  सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि श्री कृष्ण दत्त शर्मा ‘कृष्ण’ जी ने की तथा श्री पवन शर्मा जी ने कुशल संचालन किया। 5 सितंबर देश में शिक्षक दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। उद्गार साहित्यिक संस्था देहरादून प्रतिवर्ष अपने स्थापना दिवस पर शिक्षकों का सम्मान भी करती रही है। इस वर्ष भी दो शिक्षकों -१.डॉ॰ नीता कुकरेती, पूर्व प्रधानाचार्या, वरिष्ठ कवयित्री तथा २.अशोक कुमार शर्मा, पूर्व प्रधानाचार्य, वरिष्ठ कवि को उनके शिक्षा एवं साहित्य क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए संस्था द्वारा सम्मानित किया गया। उद्गार संस्था के अध्यक्ष श्री शिव मोहन सिंह जी, महासचिव श्री पवन शर्मा जी, श्री कृष्ण दत्त शर्मा जी तथा मंचासीन अतिथि हिन्दी साहित्य समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ०) रामविनय सिंह जी, प्रसिद्ध शायर अंबर खरबन्दा जी तथा उद्गार परिवार के सदस्यों द्वारा सम्मान-पत्र, अंग-वस्त्र, श्रीफल, पुष्प माला तथा पुस्तकें भेंट कर “उद्गार श्री” सम्मान से सम्मानित किया गया।


सर्वप्रथम मंच पर उपस्थित गणमान्यजन द्वारा माँ शारदे के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया गया। प्रसिद्ध कवयित्री आ० महिमा ‘श्री’ जी ने “माँ शारदे” की वन्दना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
समृद्ध मंच पर उद्गार के अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार/गीतकार श्री शिवमोहन सिंह जी ने समारोह में पधारे समस्त आमन्त्रित साहित्यकार अतिथियों का स्वागत किया, साथ ही दोनों सम्मानित विभूतियों के शैक्षणिक कार्यों, रचनात्मकता तथा साहित्यिक साधना का वर्णन करते हुए चयन के आधार की व्याख्या की। आपने अपने उद्बोधन में कहा कि “उद्गार साहित्यिक मंच अपने स्थापना के दिन से ही साहित्य एवं समाज के उन्नयन में निरंतर प्रयास करता आ रहा है, साथ ही वरिष्ठ साहित्यकारों, शिक्षकों तथा मेधावी विद्यार्थियों को भी समय-समय पर संस्था द्वारा सम्मानित किया जाता रहा है।”
वरिष्ठ साहित्यकार श्रीमती डाॅली डबराल जी ने ‘उद्गार – साहित्यिक एवं सामाजिक मंच, देहरादून’ के विषय में विस्तार से वर्णन करते हुए विगत 31 वर्षों में संस्था द्वारा किए गये साहित्यिक एवं सामाजिक आयोजनों और गतिविधियों से सभागार को अवगत कराया। श्री हरीश ‘रवि’ एवं गीतकार श्री आनन्द सिंह ‘आनन्द’ ने सम्मानित विभूतियों ‘आ० अशोक कुमार शर्मा एवं ‘डॉ० नीता कुकरेती ,’ का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत किया । कार्यक्रम में उपस्थित सभी शिक्षकों का भी माल्यार्पण करके अभिनंदन किया गया।
इस अवसर पर श्री आनन्द दीवान , अनिल अग्रवाल , डॉ० इन्दु अग्रवाल , हिन्दी साहित्य समिति के महामन्त्री हेमवती नन्दन कुकरेती , ओज-कवि श्रीकांत ‘श्री’ , जसबीर सिंह हलधर , सत्य प्रकाश शर्मा ‘सत्य’ , शिवचरण शर्मा ‘मुज्तर’ , लक्ष्मी प्रसाद बडोनी ‘, डाॅ० सोमेश्वर पाण्डेय , डाॅ० राकेश बलूनी , निर्मला सिंह , मणि अग्रवाल ‘मणिका’ , सुशील कुमार झा , अर्चना झा ‘सरित’ , स्वाति ‘मौलश्री’ , धर्मेन्द्र उनियाल , अनीता चन्दोला , संजीव कुमार मेहता , रविन्द्र सेठ ‘रवि’ , नरेन्द्र शर्मा ‘अमन’ , मोहन सिंह कण्डारी , डाॅ० अमनमणि त्रिपाठी , संजय कुमार , सागर डंगवाल , श्रुति वत्स एवं राजपाल सिंह तथा देहरादून के अनेक साहित्यकार ,कवि-कवयित्री तथा गणमान्य जन की महनीय उपस्थिति रही।
वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. रामविनय सिंह जी ने सम्मानित विभूतियों को बधाई देते हुए उद्गार संस्था द्वारा प्रतिवर्ष शिक्षकों का सम्मान करने की परम्परा की सराहना की। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और आज की सम्मानित दोनों विभूतियों ने अपने शिक्षण-काल में इस भूमिका का शत-प्रतिशत निर्वहन किया है।
श्री अंबर खरबन्दा जी ने कहा कि दोनों सम्मानित विभूतियों ने अपने ज्ञान से वर्षों तक अनेकानेक बालक-बालिकाओं के मन से अज्ञान का तिमिर दूर करने के लिए पूर्ण लगन निष्ठा से अथक परिश्रम किया है। वास्तव में उनको सम्मानित करना हम सबके लिए सौभाग्य की बात है।
उद्गार के अध्यक्ष शिव मोहन सिंह जी के नेतृत्व, उपाध्यक्ष श्री संजय प्रधान जी के मार्गदर्शन, सचिव श्री पवन शर्मा जी के प्रभावी संचालन, संयुक्त सचिव सतेन्द्र शर्मा ‘तरंग’ के संयोजन एवं श्री आनन्द सिंह ‘आनन्द’, श्री हरीश रवि तथा श्री पवन कुमार ‘सूरज’ के महत्वपूर्ण सहयोग से सुन्दर एवं भव्य कार्यक्रम को सम्पूर्णता प्राप्त हुई।
संस्था के संयुक्त सचिव एवं सम्मान-समारोह के संयोजक सतेन्द्र शर्मा ‘तरंग’ द्वारा आभार उद्बोधन एवं राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

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