युवक के घायल होने के मामले में सुपरवाइजर पर क्लेम न दिलाने का आरोप, बसी गांव से लौटते समय हादसे का शिकार हुआ था संविदाकर्मी, घायल के भाई ने डीएम से की सुपरवाइजर व कंपनी पर कार्रवाई करने की मांग
शामली। ऊन तहसील में चौसाना क्षेत्र के गांव सकौती निवासी एक युवक ने बिजली विभाग में संविदा पर कार्यरत भाई के दुर्घटना में गंभीर घायल होने के मामले में कंपनी के सुपरवाइजर पर कंपनी से क्लेम न दिलवाने का आरोप लगाते हुए कंपनी व सुपरवाइजर पर कार्रवाई करने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार सकौती निवासी प्रवीण कुमार ने डीएम को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उसका भाई राजीव चौसाना बिजलीघर पर संविदा कर्मी के रूप में तैनात था। वर्ष 2024 में उसका भाई बसी गांव में लाइन पर काम कर रहा था, इसी दौरान वहां पहुंचे ग्रामीणों ने उन्हें कार्य करने से रोक दिया क्योंकि इस लाइन पर पूर्व में एक ग्रामीण की करंट लगने से मौत हो गयी थी, इस बात को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश था जिसे देखते हुए सभी बिजली कर्मचारी वहां से निकल गए। उसका भाई राजीव अपने एक अन्य साथी के साथ बाइक पर जा रहा था कि अचानक बाइक के फिसलने से वह सडक पर जा गिरा और गंभीर रूप से घायल हो गया। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण राजीव को करनाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। राजीव के उपचार में अब तक करीब 8-10 लाख रुपये का खर्च आ चुका है। कंपनी के सुपरवाइजर ने उनसे सारे बिल भी जमा करा लिए तथा कंपनी से 45 दिन के अंदर क्लेम दिलवाने का आश्वासन दिया लेकिन अब सुपरवाइजर न तो उनका फोन उठाता है और न ही बात करता है। पीड़ित प्रवीण ने डीएम से सुपरवाइजर व कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
रिर्पोट : चौसाना से शकील राणा के साथ सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी दिल्ली एनसीआर।