देहरादून 08 दिसंबर । गीता भवन मंदिर, में बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के मानव अधिकारों के गंभीर उल्लंघन उन्हें प्रताड़ित, और जो अत्याचार उत्पीड़न ओर उनका धर्मपरिवर्तन किया जा रहा है इस पर चिन्ता व्यक्त करने तथा 10 दिसंबर को होने वाली आक्रोश मार्च में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने के लिए एक बड़ी बैठक दून उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष विपिन नागलिया जी की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
बैठक में विभिन्न धार्मिक, सामाजिक और व्यापारिक संस्थाओं ने भाग लिया। सभी प्रतिनिधियों ने बांग्लादेश में धार्मिक सामाजिक और जातीय आधार पर अल्पसंख्यकों का जो उत्पीड़न किया जा रहा है, यातनाएं दी जा रही हैं उनके मानवाधिकारों को तिलांजलि दी जा रही है और ना तो उनको भोजन चिकित्सा, सुरक्षा, न्यायिक सहायता दी जा रही है। इस पर गहरी चिंता व्यक्त की।
जो व्यक्ति उनको वहां सुविधा उपलब्ध करवाना चाहता है तो उनके साथ भी अनाचार व्यवहार और उत्पीड़ित किया जा रहा है ऐसी स्थिति में कोई भी व्यक्ति वहां ना तो कानून की सहायता ले सकता है ना ही न्यायालय में जा सकता है. वहां की कट्टरपंथी सरकार कट्टरपंथियों के प्रभाव में है जो खुलेआम विशेष कर हिंदुओं को अत्यधिक टारगेट व उत्पीड़ित कर रहा है।
जहां हमारे देश में आतंकवादियों को छुड़ाने के लिए रात को 3:00 बजे कोर्ट खुलती है, 10-100 वकील खड़े हो जाते हैं वहां हमारे हिंदुओं को उनके हक की लड़ाई लड़ने के लिए वकील भी नहीं मिल रहे हैं, यहां आतंकवादियों के मानव अधिकारों की दुहाई दी जाती है ओर तो ओर संसद में आतंकवादियों के संरक्षण की बात करी जाती है तो वहीं दूसरी तरफ बांग्लादेश में हिन्दूओं का कोई बोलने वाला नहीं है।
बैठक में संयुक्त रूप से सभी ने UNA संयुक्त राष्ट्र संघ (यूनाइटेड नेशन संगठन) से मांग करी कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के अधिकारियों के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय शांति सेना भेजी जाए और वहां के प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनिस से शांति पुरस्कार वापस ले लिया जाए।
दून उद्योग व्यापार मंडल के संरक्षक अनिल गोयल ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार की गंभीरता को देखते हुए कहा बांग्लादेश की सरकार को बर्खास्त करने की मांग उठाई ओर जल्द से जल्द हिंदू नरसंहारों व धर्म परिवर्तन को रोका जाए।
दून उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष विपिन नागलिया ने कहा कि जिस प्रकार से बांग्लादेश में हिंदू समाज के खिलाफ हिंदू महिलाओं का बलात्कार हिंदुओं की जघन हत्या, हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की जा रही है यह बहुत ही घृणास्पद घटना है। आज के अखबारों के माध्यम से पता लगा कि हिंदू मंदिरों में हमारे भगवानों के विग्रहों पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी जा रही है जो की बहुत ही निंदनीय है।
दून उद्योग व्यापार मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष ई. सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने कहा कि बांग्लादेश की स्वतंत्रता व उसके विकास में हिंदू समाज का और भारतवर्ष का बहुत बड़ा योगदान रहा है लेकिन इन किसी भी चीज का ध्यान ना करते हुए कट्टरपंथी मानसिकता के चलते हिंदुओं पर भयंकर अत्याचार हो रहा है उन्होंने देहरादून के सब समाज के प्रतिनिधियों राजनीतिक दलों से हवन किया कि इस आक्रोश मार्च में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।
दून उद्योग व्यापार मंडल के महासचिव सुनील मेसोंन ने कहा कि देहरादून में एक आक्रोश मार्च मंगलवार दिनांक 10 दिसंबर 2024 को समाज के सभी वर्गों द्वारा निकाला जा रहा है जो प्रातः काल 10:30 बजे सुबह रेंजर्स कॉलेज ग्राउंड से चलकर दर्शन लाल चौक पलटन बाजार दर्शनी गेट लकी बाग चौक से प्रिंस चौक कचहरी चौक से होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर अपना ज्ञापन प्रेषित करेगा जी ने विशेष रूप से अपने व्यापारिक वर्ग से अपील की है कि प्रातः काल 2 घंटे बाजार बंद रखकर इस प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में हिस्सा लें।
पटेल नगर मंदिर के महामंत्री गोविंद मोहन जी ने सभी धार्मिक संस्थाओं से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में पहुंचें, बैठक में अग्रवाल समाज पंजाबी महासभा और देहरादून के सभी वर्ग इस आक्रोश रैली में अपना आक्रोश प्रदर्शित करने के लिए उपस्थित रहे।
इस दौरान बैठक में गीता भवन के अध्यक्ष राकेश ओबेरॉय, पटेल नगर मंदिर के प्रधान अवतार चंद्र उनियाल, सिंह सभा गुरुद्वारा से प्रधान सरदार गुरु भगत सिंह, गुरु सिंह सभा के महामंत्री सरदार गुलजार सिंह, वैष्णो दुर्गा मंदिर से नरेश चंदोग टपकेश्वर महादेव मंदिर से आचार्य डॉ विपिन जोशी ब्राह्मण समाज उत्थान परिषद से उमा नरेश तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता आशीष शर्मा, रेणु रतूड़ी, श्री सुरेंद्र बत्रा जी श्री राजू पुरी जी, दून उद्योग व्यापार मंडल के मीडिया प्रभारी राजेश बडोनी अग्रवाल समाज से अनिल गोयल, कमलेश अग्रवाल, संजय अग्रवाल जय भगवान आदि सामाजिक प्रतिनिधी उपस्थित रहे!