किसानों को सशक्त करना हो हमारी प्राथमिकता: कोश्यारी

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उत्तराखंड श्री अन्न (मिलेट) महोत्सव कार्यक्रम का किया शुभारंभ

देहरादून। अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के उपलक्ष में कृषि विभाग की ओर से आयोजित उत्तराखंड श्री अन्न महोत्सव 2023 के तीसरे दिन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी तथा विशिष्ट अतिथि के तौर पर पर्यावरणविद डॉ. अनिल जोशी ने प्रतिभाग कर शुभांरभ किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि बचपन में मुझे गेहूं की रोटी मिलती थी और मेरी बहनों को मड़ूवे की रोटी, जिस कारण मेरा पेट हमेशा ही खराब रहता था और आज भी है। उन्होंने कहा कि यह मातृशक्ति के लिए बहुत ही अच्छा अनाज है और इसके लिए हमारा पहाड़ी क्षेत्र बहुत उपयोगी है। उन्होंने कहा कि माणा और गूंजी में सिर्फ मोटा अनाज की पैदा होता है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट राजभवन में मैंने सिर्फ मड़वे के बिस्कुट अनिवार्य कर दिये थे ताकि सभी को उत्तम स्वास्थ्य मिले। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को सशक्त करना हमारी प्राथमिकता होना चाहिए। उन्होंने नया नारा देते हुए कहा कि कौंदा-झिंगौरा खाऐंगे, आत्मनिर्भर उत्तराखंड बनाएंगे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पद्मश्री एवं पद्मभूषण डॉ. अनिल जोशी ने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश की तरक्की के लिए सिर्फ खेती-बाड़ी ही एक अच्छा साधन है और इसके लिए एक नए सिरे से सोचने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जापान वाले भी मानते हैं कि उत्तराखंड का मोटा अनाज बेबी फुड के लिए अत्यधिक फायदेमंद है क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में केल्शियम है। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने अपने संबोधन में कहा श्री अन्न उत्तराखंड की परंपरागत खेती में है। श्री अन्न स्वास्थ्य की दृष्टि से इतना लाभदायक है कि जो कभी गरीबों का खाद्यान्न हुआ करता था, आज अमीरों की थाली में शामिल हो गया है। जोशी ने कहा श्री अन्न के प्रोत्साहन और उसके प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में लगातार विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य में स्टेट मिलेट मिशन के अंतर्गत 73 करोड़ रूपए की बजट में प्रावधान किया गया है। इस अवसर पर कृषि निदेशक गौरीशंकर, ग्राम्य विकास आयुक्त आनन्द स्वरुप, जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुण्डीर, आदित्य चौहान, जोगेन्द्र पुंडीर ज्योति कोटिया, वीर सिंह, प्रदीप पांडे, विवके उपाध्याय, मोहम्मद असलम, अपर निदेशक केसी पाठक, संयुक्त निदेशक दिनेश कुमार, जैविक उत्पाद परिषद के एमडी विनय कुमार सहित कई अन्य अधिकारी एवं प्रदेश के सभी जनपदों से आए हुए कृषक भाई-बहन उपस्थित रहे।