अभी तक किया जा चुका  है 400 मकानों की क्षति का आंकलन: डॉ. सिन्हा

0
246

190 प्रभावित परिवारों को अंतरिम राहत के तौर पर वितरित की गई 2.85 करोड़ रु से अधिक की धनराशि

वाडिया संस्थान की ओर से लगाए जा चुके 3 भूकंपीय स्टेशन

देहरादून। सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने सोमवार को जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव व भूस्खलन के उपरांत राज्य सरकार की ओर से किये जा रहे राहत एवं बचाव, स्थायी-अस्थायी पुनर्वास आदि से संबंधित किए जा रहे कार्यो की मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार की ओर से प्रति परिवार विस्थापन के लिए अग्रिम के रूप मे 190 प्रभावित परिवारों को 2.85 करोड़ रूपए की धनराशि वितरित कर दी गई है। राहत की खबर है कि जोशीमठ में प्रारम्भ में निकलने वाले पानी का डिस्चार्ज जो कि 6 जनवरी 2023 को 540 एलपीएम था, वर्तमान में घटकर 163 एलपीएम हो गया है। सचिव आपदा प्रबंधन ने जानकारी दी कि भारत सरकार के स्तर पर सीबीआरआई की ओर से भवनों के क्षति के आंकलन के लिए क्रेक मीटर संबंधित भवनों पर लगाए गए है। अभी तक 400 घरों का क्षति आंकलन किया जा चुका है। वाडिया संस्थान की ओर से 3 भूकंपीय स्टेशन लगाए जा चुके है, जिन से आंकड़े भी प्राप्त किए जा रहे हैं।  एनजीआईआर की ओर से हाइड्रोलॉजिकल सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। सीबीआरआई, आईआईटी रूड़की, वाडिया इंस्टीट्यूट, जीएसआई, आईआईआरएस जोशीमठ में कार्य कर रही हैं। सचिव आपदा प्रबंधन ने जानकारी दी कि अस्थायी रूप से चिन्हित राहत शिविरों में जोशीमठ में कुल 615 कक्ष-कमरे है जिनकी क्षमता 2190 लोगों की है तथा पीपलकोटी में 491 कक्ष-कमरे है जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है। प्रभावितों को वितरित राहत राशि के तहत प्रति परिवार 5000 रूपए की दर से घरेलू राहत सामाग्री के लिए अभी तक कुल 73 (कुल 3.65 लाख रूपए ) प्रभावितों को वितरित की गई है। तीक्ष्ण पूर्ण क्षतिग्रस्त भवन के लिए 10 प्रभावितों को 13.00 लाख रूपए धनराशि वितरित की गई है। मकान किराए के लोग आवेदन कर रहे हैं। प्रेस वार्ता में अपर सचिव आपदा प्रबंधन, निदेशक उत्तराखंड भूस्खलन प्रबंधन एवं न्यूनीकरण संस्थान, प्रभारी अधिकारी पीआईबी, निदेशक वाडिया संस्थान, निदेशक आईआईआरएस, एनआईएच तथा आईआईटीआर मौजूद थे।