रुस के राष्ट्रीय शोध विश्वविद्यालय ने एनईपी-2020 के निर्माण के लिए की पूर्व शिक्षा मंत्री की प्रशंसा
देहरादून। रुस के राष्ट्रीय शोध विश्वविद्यालय ने एनईपी-2020 के निर्माण और बेहतर कार्यान्यवन के लिए रमेश पोखलियाल निशंक की प्रशंसा की
भारत में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू की गई है। जिसमें भारत की शिक्षा नीति में व्यापक सुधार किए गए हैं, जो न सिर्फ शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ावा देता है बल्कि भारतीय शिक्षा व्यवस्था को विश्व के पटल पर गौरव का अहसास कराता है। यह शिक्षा नीति विश्व के पटल पर भारत को अलग पहचान दिलाएगा। इस शिक्षा नीति का मकसद ही है कि शिक्षा कैसे सहज और सरल हो जिससे उसे ग्रहण करना किसी भी छात्र के लिए आनंददायक हो। साथ ही इसमें उन मूल्यों को ध्यान रखा गया है जिससे छात्रों का नैतिक जीवन उच्च हो सके। सेंट पीटर्सबर्ग में राष्ट्रीय शोध विश्वविद्यालय परिसर की ओर से डॉ अन्ना टायशेत्सकाया ने रमेश पोखरियाल निशंक की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस सामयिक, सामरिक और वैश्विक प्रतिस्पर्धी नीति के लिए आपको बधाई देते हुए दुनिया के 100 से अधिक शीर्ष विश्वविद्यालयों की लीग (के दल) में शामिल होते हुए हमें अत्यंत खुशी हो रही है। हमारा मानना है कि एनईपी-2020 अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली की बेहतर समझ को विकसित करने में सक्षम करेगी। यह नीति निश्चित रूप से क्षमता विकास , गुणवत्ता परक , अनुसंधान, क्षमता निर्माण, सूचना साझाकरण की सुविधा प्रदान कर विश्व में भारतीय शिक्षा के परिपेक्ष्य को सफलरपूर्वक प्रस्तुत करेगी। एनईपी-2020 गुणवत्ता, समानता आधारित, सस्ती, तकनीकी रूप से उन्नत शिक्षा प्रणाली पर केंद्रित है और नए भारत के निर्माण की आधारशिला रखेगा। यह नीति भारत में राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक ढांचे में सकारात्मक परिवर्तनकारी सुधार लाएगा। यह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, उच्च स्तर के अनुसंधान को बढ़ावा देने और खुलेपन, समावेशिता और आपसी सम्मान के सिद्धांतों के आधार पर अकादमिक अनुभवों को बढ़ाने की ओर एक बेहतर कल की शुरुआत है। एनईपी-2020 अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली की बेहतर समझ को विकसित करने में सक्षम करेगी। यह नीति निश्चित रूप से क्षमता विकास, गुणवत्ता परक, अनुसंधान, क्षमता निर्माण, सूचना साझाकरण की सुविधा प्रदान कर विश्व में भारतीय शिक्षा के परिपेक्ष्य को सफलतापूर्वक प्रस्तुत करेगी।