अतिक्रमणउत्तराखण्ड

एमडीडीए की बड़ी कार्रवाई—विकासनगर, सहसपुर व सेलाकुई में अवैध प्लॉटिंग पर चला बुलडोज़र, 70 बीघा से अधिक क्षेत्र मुक्त

देहरादून, 8 दिसंबर। मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने प्राधिकरण क्षेत्र में अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ अपने अभियान को और तेज करते हुए आज कई स्थानों पर बड़े पैमाने पर ध्वस्तीकरण एवं सीलिंग कार्रवाई की। नियोजित, सुरक्षित और पारदर्शी शहरी विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह अभियान लगातार जारी है। एमडीडीए ने स्पष्ट कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों को किसी भी तरह की रियायत नहीं दी जाएगी।
बड़े पैमाने पर ध्वस्तीकरण कार्रवाई

आज जिन स्थलों पर अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त की गई, उनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं—
1. होरोवाला रोड, देहरादून

जिशान खान द्वारा लगभग 40–45 बीघा में की गई अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त।

2. खैरी गांव, मुर्गी निगम रोड, सेलाकुई

परमजीत रिखोल द्वारा लगभग 5 बीघा में की गई अवैध प्लॉटिंग पर कार्रवाई।

3. ग्राम शंकरपुर, नवोदय विद्यालय निकट, कैचीवाला रोड, सहसपुर

राहुल धनोला एवं अन्य द्वारा लगभग 22 बीघा में की जा रही अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त।

कार्रवाई के दौरान अवर अभियंता सिद्धार्थ सेमवाल, अमन पाल, सुपरवाइज़र एवं पुलिस बल मौके पर मौजूद रहे।

“एमडीडीए का उद्देश्य सुव्यवस्थित और सुरक्षित शहरी विकास को लागू करना है। अवैध प्लॉटिंग के विरुद्ध शून्य सहिष्णुता की नीति पर सख्ती से अमल किया जा रहा है। बिना मानचित्र स्वीकृति और बिना आवश्यक सुविधाओं के प्लॉटिंग कर कॉलोनाइज़र नागरिकों के लिए गंभीर जोखिम पैदा करते हैं। ऐसे सभी मामलों पर कठोर कार्रवाई जारी रहेगी:
उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी

जनता से अपील है कि किसी भी भूखंड को खरीदने से पहले उसकी विधिक स्थिति अवश्य जांचें और केवल एमडीडीए से स्वीकृत कॉलोनियों में ही निवेश करें। हमारा लक्ष्य एक पारदर्शी, सुरक्षित एवं संगठित शहरी विकास मॉडल तैयार करना है।”

सचिव एमडीडीए मोहन सिंह बर्निया ने कहा कि “प्राधिकरण लगातार अवैध निर्माणों व प्लॉटिंग पर निगरानी रख रहा है। जहां भी अवैध गतिविधि की जानकारी मिलती है, तुरंत कार्रवाई की जाती है। क्षेत्रीय निरीक्षण कर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी स्तर पर अवैध प्लॉटिंग पनप न सके।

नागरिकों व निवेशकों से अनुरोध है कि मानचित्र स्वीकृति व विधिक प्रक्रिया की पुष्टि कर ही भूमि क्रय करें। एमडीडीए का प्रयास है कि सभी विकास कार्य नियमों के अनुसार और पारदर्शी ढंग से आगे बढ़ें।

एमडीडीए की इस बड़ी कार्रवाई के बाद प्राधिकरण क्षेत्र में अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ स्पष्ट संदेश गया है कि नियमानुसार विकास के मार्ग से विचलन करने पर कड़ी कार्रवाई तय है।

Related Articles

Back to top button