पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय भारतीय सैन्य अकादमी में AI विद्यासेतु 1.0 हैकथॉन 2025 का शुभारंभ
देहरादून 08 दिसंबर। पीएम
श्री केंद्रीय विद्यालय, भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून में दो दिवसीय ” AI विद्यासेतु 1.0 – हैकथॉन 2025″ का शुभारंभ भव्य रूप से किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ.सुकृति रैवानी,उपायुक्त,केंद्रीय विद्यालय संगठन, देहरादून संभाग एवं विशिष्ट अतिथि श्री सुरजीत सिंह, सहायक आयुक्त, केंद्रीय विद्यालय संगठन, देहरादून संभाग का विद्यालय प्रांगण में एनसीसी कैडेट्स द्वारा सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया।
विशिष्ट अवसर पर आईआईटी दिल्ली से आए, पीयूष प्रसाद उपाध्यक्ष एवं प्रमुख (शिक्षण ,अनुसंधान और प्रशिक्षण) एवं श्रीमती पिया बासु उप – महाप्रबंधक (मार्केटिंग)भी उपस्थित थे। विद्यालय के प्राचार्य मामचन्द ने मुख्य अतिथियों को हरित पादप (ग्रीन प्लांट) भेंट कर विद्यालय परंपरा के अनुरूप सम्मानित किया गया तथा डॉ.सुकृति रैवानी जी ने विशेषज्ञों का हरित पादप देकर अभिनंदन किया। इसके उपरांत सरस्वती माता की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ किया गया।
विद्यालय की बालिकाओं ने मंगलमय वातावरण का सृजन करते हुए सरस्वती वंदना और नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी, जिसे सभी ने सराहा। मुख्य अतिथि डॉ.सुकृति रैवानी ने सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्रेरणादायक विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी कभी हार न मानें, आत्मविश्वास बनाए रखें और देश के विकास में अपना योगदान देने का संकल्प लें।
श्री प्रसाद ने प्रतिभागियों को हौसला देते हुए कहा कि निरंतर प्रयत्न और सकारात्मक दृष्टिकोण सफलता की कुंजी हैं। उन्होंने प्रतिभागियों को आगे बढ़ने, नवाचार करने और “विकसित भारत” के निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।
विद्यालय के प्राचार्य मामचंद के कुशल निर्देशन एवं उप-प्राचार्य रमेश चन्द तथा मुख्य अध्यापक सरोज कुमार वर्मा के मार्गदर्शन में यह आयोजन अत्यंत सफल रहा।
पहले दिन कार्यक्रम के प्रथम दिन वातावरण उत्साह और नवाचार की भावना से ओतप्रोत रहा। पूरे समय छात्र-छात्राओं ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपनी सृजनात्मकता और तकनीकी दक्षता का परिचय दिया। कार्यशाला सायं 5 बजे तक रचनात्मक वातावरण में चलती रही।
’ AI विद्यासेतु 1.0 हैकथॉन 2025’ विद्यालय के विद्यार्थियों में नवाचार, सृजनशीलता और तकनीकी जागरूकता को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक अत्यंत सराहनीय पहल साबित हो रहा है।


