पत्रकार पर जानलेवा हमला, पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर हमला करार

हल्द्वानी। समाचार कवरेज के दौरान पत्रकार दीपक अधिकारी पर किया गया जानलेवा हमला पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर सीधा हमला माना जा रहा है। यह घटना न केवल बेहद निंदनीय है, बल्कि लोकतांत्रिक भारत में अभिव्यक्ति की आजादी पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। यह बात भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी माले के जिला सचिव डा0 कैलाश पांडे ने यहां जारी विज्ञप्ति में कही।
उन्होंने कहा कि जानकारी के अनुसार दीपक अधिकारी किसी समाचार कवरेज के दौरान स्थानीय स्तर पर कुछ लोगों के निशाने पर आ गए, जिन्होंने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में अधिकारी को गंभीर चोटें आईं। घटना के बाद पत्रकार जगत में गुस्से और आक्रोश की लहर है।
पत्रकार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा है कि इस तरह के हमले जनता के मुद्दे उठाने वाले पत्रकारों को डराने की कोशिश हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी गुंडागर्दी और दबंगई को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
संगठनों ने मांग की है कि हमले में शामिल सभी आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई भी पत्रकार की स्वतंत्रता पर हाथ उठाने की हिम्मत न करे।


