उत्तराखण्डराज्य

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की 100 वर्षों की अजय यात्रा किसी के विरुद्ध नहिं है: खंडूरी

स्वाभिमानी और एकता के सूत्र में संगठित हिंदू ,भारत और विश्व के कल्याण ,शांति, सहयोग और संपन्नता का प्रकाश पथ आलोकित कर रहा है। यह बात आज देहरादून महानगर उत्तर के पेसिफिक गोल्फ में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष पर आयोजित विजयदशमी कार्यक्रमों की श्रृंखला में आयोजित कार्यक्रम में संघ के विभाग प्रचारक प्रमुख श्री गजेंद्र खंडूरी ने कही ।
उन्होंने कहा की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की 100 वर्षों की है अजय यात्रा किसी के विरुद्ध नहिं है

,किसी को भयभीत करने ,किसी का पोषण करने के लिए नहीं है ।परम पूजनीय डॉ हेडगेवार जी ने संघ का बीज रोपण किया कि हिंदू समाज सारे भेदभाव समाप्त कर अपने पूर्वजों और संस्कृति पर स्वाभिमान के साथ भारत माता की सेवा में लगेगा। संघ प्रेम, सेवा, व्यक्ति निर्माण, संस्कार, देश भक्ति की साधना है। संगठन शक्ति और जागरूक समाज जो की भेदभाव रहित हो भाषा ,जाति ,क्षेत्र , लिंग,अस्पृश्यता इन सबको समाप्त करने की संघ पद्धति अद्वितीय हैं। हिंदू समाज सदैव से शक्ति का पूजक रहा है नकारात्मक शक्तियों को पराजित कर शक्ति के आह्वान और श्रेष्ठ समाज के निर्माण का पर्व विजय दशमी वह संदेश देता है कि शांति ,शक्ति के बिना संभव नहीं है ।और हिंदू समाज जो सदैव विश्व के कल्याण के लिए सब और श्रेष्ठता को देखना चाहता है , दीपावली भी अंधेरों को समाप्त करने का हिन्दू विधान है।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पूर्ण गणवेश में स्वयंसेवक ,समाज से महिलाएं ,मातृशक्ति और नागरिक उपस्थित रहे , प्रांत के प्रचार प्रमुख श्रीमान संजय जी ,विभाग कार्यवाह अरुण शर्मा जी ,नगर कार्यवाह अरविंद कपिल, डॉक्टर मनोज और महानगर दक्षिण के प्रचार प्रमुख मनीष सहित अनेक स्वयंसेवक एवं काफ़ी अधिक संख्या में मातृ शक्ति उपस्थित रही ।

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