दिवाली के पटाखे से आँख के मरीजों में दून अस्पताल में हुई बढ़ोत्तरी
देहरादून। दिवाली की रात पटाखों के कारण आंखों से संबंधित तकलीफों के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली। दून अस्पताल की इमरजेंसी में सोमवार रात से लेकर मंगलवार सुबह तक लगभग 25 मरीजों ने आंखों में जलन, चोट और धुएं से जलन जैसी शिकायत लेकर अस्पताल का रुख किया।
वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ प्रो, डॉ. सुशील ओझा ने बताया कि अधिकांश मरीजों में पटाखों के धुएं, बारूद और तेज रोशनी के कारण कॉर्निया इरिटेशन और एलर्जिक रिएक्शन के मामले सामने आए। कुछ मरीजों को हल्की चोट और जलन की शिकायत भी थी, जिनका इलाज इमरजेंसी में ही कर दिया गया।
डॉ. ओझा ने लोगों से अपील की कि त्योहारों में पटाखों से दूरी बनाकर रखें, बच्चों को निगरानी में पटाखे जलाने दें और आंखों में तकलीफ होने पर तुरंत ठंडे पानी से धोकर नजदीकी अस्पताल से संपर्क करें।
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि दीपावली जैसे पर्वों पर हर साल आंखों से जुड़ी चोटों के मामले बढ़ जाते हैं, इसलिए इस बार विशेष सतर्कता के तहत नेत्र विभाग की टीम को 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात रखा गया था।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुशील ओझा ने जानकारी दी कि मरीजों में विभिन्न प्रकार की आंखों की चोटें पाई गईं —
• Hyphaema (आंख में रक्त जमा होना) के 07 केस,
• Epithelial Defect (कॉर्निया की ऊपरी परत में चोट) के 09 केस,
• Burn (जलन/पटाखे से लगी चोट) के 03 केस दर्ज किए गए।
बाकी मरीजों में हल्की जलन, धुएं से एलर्जी और लाल आंख जैसी सामान्य समस्याएं देखी गईं। डॉक्टरों ने बताया कि अधिकांश मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि गंभीर मामलों को निगरानी में रखा गया।
वहीं मंगलवार को भी ओपीडी में आंखों की परेशानी वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि रही।
आज अस्पताल की नेत्र ओपीडी में कुल 55 मरीज पहुंचे, जिनमें —
• Burn around eye (आंखों के आसपास जलन) के 04 केस,
• Injury in Eye (आंख में चोट) के 08 केस,
• Perforation of Eye (आंख की पर्त फटने) के 02 केस,
• Lid Laceration (पलकों में चोट या कटाव) के 03 केस दर्ज किए गए।