जिलाधिकारी सविन बंसल ने ग्राउंड जीरो पर की आपदा पुनर्निर्माण और राहत कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा

देहरादून। मुख्यमंत्री के आपदाग्रस्त क्षेत्रों के दौरे के क्रम में जिलाधिकारी सविन बंसल ने आज सेरागांव सहस्त्रधारा पहुंचकर ग्राउंड जीरो पर आपदा पुनर्निर्माण और राहत कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की। उन्होंने जिले के सभी आला अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न विभागों की क्षतिग्रस्त परियोजनाओं और सड़कों के रेस्टोरेशन कार्यों का विस्तृत फीडबैक लिया। डीएम ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों से सीधे संवाद करते हुए उनकी समस्याओं की जानकारी ली और अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश दिए।
डीएम सविन बंसल ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत, पुनर्वास और पुनर्निर्माण कार्यों को युद्धस्तर पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक एक-एक प्रभावित परिवार को राहत नहीं मिल जाती, तब तक विभागीय अधिकारी क्षेत्र में ही तैनात रहेंगे। कार्लीगाड और मझेड़ा क्षेत्रों में बिजली, पानी और सड़कों के पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि वे स्वयं इन कार्यों की निरंतर मॉनिटरिंग करेंगे।
कार्लीगाड और मझेड़ा क्षेत्र के विस्थापन हेतु वाडिया इंस्टीट्यूट और आईआईटी रूड़की की विशेषज्ञ टीम से उच्चस्तरीय भूगर्भीय सर्वे कराने के आदेश दिए गए हैं। सर्वे, अनुमान और निरीक्षण के बाद नदी एवं गदेरों में जमा लाखों टन मलबा हटाने को स्वीकृति प्रदान की गई है। डीएम ने मलबा निस्तारण हेतु स्थान चिन्हित कर लॉट आवंटित करने और नीलामी प्रक्रिया की विज्ञप्ति आज ही प्रकाशित करने के निर्देश दिए, ताकि मानसून पूर्व मलबा पूरी तरह हटाया जा सके।
डीएम ने कहा कि जिन प्रभावित परिवारों के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें बाजार दर पर किराए का भुगतान किया जाएगा। इस संबंध में अपर जिलाधिकारी को आवश्यक औपचारिकताएं शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। पंचायत विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी ने आंतरिक पैदल मार्गों को युद्धस्तर पर खोलने के आदेश दिए तथा लोक निर्माण विभाग को मशीनरी लगाकर सड़कों की सफाई हेतु मौके पर ही फंड स्वीकृत किया।
उन्होंने बताया कि आपदाग्रस्त क्षेत्रों में नदियों में आए मलबे को हटाने के लिए वन, सिंचाई, राजस्व और खनन विभाग की संयुक्त टीमें बनाई गई हैं। लगभग 500 से 600 मीटर के पैच बनाकर मलबा हटाने का कार्य कराया जाएगा। डीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं आपदा प्रभावित क्षेत्रों के कार्यों की निगरानी कर रहे हैं, और उनके निर्देशों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित किया जा रहा है ताकि जनजीवन शीघ्र सामान्य हो सके।
समीक्षा बैठक में अपर जिलाधिकारी के.के. मिश्रा, उप जिलाधिकारी हरिगिरि, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज कुमार, जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ढौंडियाल, अधीक्षण अभियंता लोनिवि ओमपाल, अभियंता विद्युत राकेश कुमार, जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह चौहान, ग्राम प्रधान राकेश जवारी, संजय राणा, जय किशन ममगांई सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।