डीएवी पीजी कॉलेज,पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल के नेतृत्व में हाल ही में घटी हॉस्टल की घटना के संबंध में घेराव

देहरादून। डीएवी पीजी कॉलेज,पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल के नेतृत्व में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं द्वारा दिन में 01:00 बजे राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य जी का हाल ही में घटी हॉस्टल की घटना के संबंध में घेराव किया गया व साथ ही ज्ञापन दिया गया जिसमे बताया गया कि:
1) देर रात्रि दून मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में पीजी डॉक्टरों द्वारा लेट नाइट पार्टी का आयोजन किया गया जिसमें तेज संगीत शराब के साथ-साथ इस पार्टी में लड़कियां भी शामिल थी। पीजी डॉक्टरों द्वारा इस प्रकार की हरकतें हमारे भारतीय समाज में किसी भी रूप से स्वीकार्य नहीं है।किसी भी डॉक्टर से जिंदगी भर उसके शालीन व्यवहार की अपेक्षा की जाती है क्योंकि हमारे देश में डॉक्टरो को भगवान का दर्जा दिया गया है। पीजी डॉक्टरो का उक्त व्यवहार,कृत्य छिछोरेपन का प्रतीक है।ऐसे डॉक्टरों से कोई मरीज भविष्य में अच्छे इलाज की क्या उम्मीद लगा सकता है।
2) उपरोक्त लेट नाइट पार्टी में शामिल सभी पीजी डॉक्टर्स पर सख्त कार्यवाही की अपेक्षा है जिससे पीजी डॉक्टर व
अंडर ट्रेनिंग डॉक्टर को इस प्रकार के कृतियों में शामिल होने के लिए कड़ा सबक मिल सकेगा।
3) लेट नाइट पार्टी में पीजी डॉक्टर्स के विरुद्ध कार्यवाही करने के बजाय मामले में लीपा पोती करके आम जनमानस के आंखों में धूल झोंकने के लिए गार्ड कमांडर तथा बिना अनुमति के पुलिस को परिसर में बुलाने वाले सुरक्षा कर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया जबकि गार्ड कमांडर एवं सुरक्षाकर्मी अपनी ड्यूटी का निर्वहन कर रहे थे तथा इन छोटे कर्मचारियों एवं उनके परिवारों के समक्ष अचानक आर्थिक संकट उत्पन्न कर दिया गया है।
इस मौके पर सिद्धार्थ अग्रवाल द्वारा यह भी कहा गया की पार्टी में शामिल सभी पीजी डॉक्टर्स पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए तथा हॉस्टल में रहने वाले डॉक्टर एवं अन्य स्टाफ के लिए नियमावली बनाई जाए तथा हॉस्टल परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं यदि भविष्य में इस प्रकार की कोई भी हरकतें सामने आती हैं तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा और साथ ही यह भी कहा गया की गार्ड कमांडर एवं सुरक्षा कर्मियों जिनकी सेवाएं समाप्त की गई हैं उन्हें वापसी ड्यूटी पर तत्काल प्रभाव से लिया जाए।
साथ ही महानगर अध्यक्ष एनएसयूआई हिमांशु रावत जी ने कहा की चिकित्सा बहुत ही गंभीर विभाग है और इस तरह का प्रकरण बहुत ही निंदनीय है और यदि भविष्य में ऐसा कोई भी प्रकरण दोहराया गया तो मजबूरन हमें प्रदेशव्यापी आंदोलन करना होगा और हम प्राचार्य के इस्तीफा की मांग करेंगे।
इस मौके पर प्रदेश सचिव अर्पित राठी,जिला उपाध्यक्ष आकाश वर्मा,जिला उपाध्यक्ष नितिन नेगी,जिला उपाध्यक्ष कबीर मलिक,सौरभ सेमवाल,मयंक रावत,दक्ष रावत,आर्यन भंडारी,आकाश अवस्थी,सिद्धार्थ शर्मा,अनुज डोभाल,भूमिका रौतेला,आशीष राणा,मनीष चौहान,नवीन चौहान आदि आदि कई एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद रहे।