आज से झण्डा कुशाई की रस्म के बाद उर्स की होगी शुरूआत

रुड़की 24 अगस्त । हज़रत साबिर पाक रहमतुल्लाह अलैही की दरगाह पर रविवार को बड़े ही रूहानी माहौल में झण्डा कुशाई की रस्म असर की नमाज के बाद अदा कि जाएगी।इस रस्म में शामिल होने के लिए दूर-दराज़ से हज़ारों जायरीन कलियर पहुंचना शुरू हो गए है। बरेली से झंडा लेकर कलियर आने वाले जत्थे का शाह यावर मियां ने फूल मालाओं से स्वागत किया।
पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक में रविवार को बरेली शरीफ से पहुंचे झंडे को शाम के समय बाद नमाज असर सज्जादानशीन शाह अली एजाज साबरी की सरपरस्ती में दरगाह साबिर के बुलन्द दरवाजे पर फहराकर उर्स की रस्म अदा की जाएगी। झंडे की रस्म में शामिल होने के लिए अकीदतमंदो की भारी भीड़ जुटी रही। इस दौरान स्थानीय लोगो के साथ-साथ पंजाब, रामपुर, मुरादाबाद, नजीबाबाद, बिजनोर, दिल्ली, राजस्थान आदि स्थानों से भी अकीदतमंद झंडे की रस्म में शामिल होंगे। झंडे की सरपरस्ती कर रहे सूफी वसीम साबरी ने बताया कि 10 अगस्त को करीब 120 अकीदतमंदो का जत्था बरेली से पैदल रवाना हुआ सभी जायरीनो 13 दिन का पैदल सफर तय करने के बाद रविवार को कलियर शरीफ पहुंचे।
इन 13 दिनों में जत्थे का स्वागत, रामपुर, मुरादाबाद, नजीबाबाद, नहटौर, ज्वालापुर, रहमतपुर आदि स्थानों पर किया गया। बरेली शरीफ से आए झंडे को कलियर पहुंचने पर झंडे के साथ आए जायरीनो का स्वागत किया। पैदल जत्थे में सूफी वसीम साबरी, सूफी कमाल साबरी, मेराज साबरीं, भूरा, काजी रिजवान, राजा, तस्लीम साबरी, जावेद, नदीम, इमरान, आजम मोबिन, मुन्ना ,गुड्डू आदि अकीदतमंद शामिल रहें।
दरगाह परिसर में सुबह से ही जायरीन की भीड़ से गुलज़ार हैं। रिवायत के मुताबिक झण्डा कुशाई की रस्म के बाद उर्स की शुरुआत माना जाता है। जायरीन की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने पुख़्ता इंतज़ाम किए।
मेला कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर गोविंद कुमार ने कहा “जायरीन की सहूलियत और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल चौक-चौराहों और दरगाह क्षेत्र में लगातार गश्त कर रहा है ताकि जायरीन को किसी तरह की परेशानी न हो।असर की नमाज के बाद झंड़ा फहराने की रस्म सज्जादा नशीन शाह अली ऐजाज़ साबरी करेंगे और इस दौरान मौजूद तमाम लोगो के लिए दुआ भी करेंगे। इस अवसर पानीपत के सज्जादानशीन सैयद हाफिज मैराज साबरीं, शाह खालिक मियां, नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि सलीम अहमद,राजू फरीदी,असद साबरी , शाह गाजी , नोमी मिया , इस्तिकार अली, सूफी इसरार साबरीं, सूफी राशिद साबरीं, सफीक साबरी, गुलशाद सिद्दीकी, यासिर मिया,नासिर मिया, फारूख आदि लोगो ने उपस्थित रहे।
दरगाह में झण्डा कुशाई की रस्म के साथ ही उर्स की तैयारियाँ तेज़ हो गई हैं। आने वाले दिनों में दरगाह परिसर में रूहानी प्रोग्रामों का आयोजन होगा, जिसमें मुल्क के कोने-कोने से अकीदतमंदों के पहुँचने की उम्मीद है।