जौनसार बावर में धूमधाम से मनाया जाएगा महासू देवता जागरा पर्व तैयारियों में जुटा प्रशासन

देहरादून 23 अगस्त । जिले के विकासनगर-जौनसार बावर जनजातीय क्षेत्र में आराध्य महासू देवता का जागरा पर्व भादो के महीने में मनाया जाता है। इस बार 26-27अगस्त को जागरा पर्व पर हनोल,दसऊ, थैना महासू मंदिरों मे रात्रि जागरण में हजारों श्रद्धालु उमड़ते हैं। प्रशासन और मंदिर समितियां तैयारियों मे जुटा हुआ है।
उत्तराखंड को देश विदेश में देवभूमि के नाम से जाना जाता है, यहां पर कुछ दूरी पर जगह-जगह देव मंदिरों की श्रृंखला देखने को मिलती है, जहां श्रद्धालु शीश नवाने पहुंचते हैं। जिला देहरादून के जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर में भादो महीने में महासू देवता के मंदिर में जागरा पर्व मनाया जाता है। जौनसार बाबर के लोगों में अपने इष्ट देवता के प्रति अटूट आस्था व विश्वास है। महासू देवता का मुख्य मंदिर हनोल में स्थित है। प्रतिवर्ष भादो महीने में महासू देवता के मंदिरों मे जागरा पर्व मनाया जाता है। इस साल 26 अगस्त को महासू मंदिर हनोल, सीद्व पीठ थैना और छत्रधारी चालदा महासू मंदिर दसऊ मे रात्रि जागरण होगा और 27 अगस्त को शुभ मुहूर्त मे देवनांयणी (देवता का स्नान) कराया जाएगा।
26 अगस्त को इन मंदिरों में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शिरकत करेंगे। इन दिनों मंदिर समितियां और प्रशासन व्यवस्थाओं में जुटा हुआ है, ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो। जागरा पर्व को लेकर जौनसार बावर सहित गढ़वाल और हिमाचल प्रदेश के लोगों मे काफी उत्साह है। तहसीलदार त्यूणी सुशीला कोठियाल ने बताया कि हनोल स्थित महासू मंदिर में जागरा पर्व की तैयारियों में प्रशासन जुटा हुआ है। जागरा पर्व को लेकर लोगों मे काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। देव दर्शनों को हिमाचल और गढ़वाल से भी श्रद्धालुओं पंहुचते हैं। व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है।
गौर हो कि महासू महाराज एक नहीं चार भाइयों का सामूहिक नाम है। पवासी महासू ,बाशिक महासू, बौठा महासू,चालदा महासू के नाम से जाने जाते हैं। बौठा महासू महाराज का मुख्य मंदिर हनोल, बाशिक महासू महाराज का मंदिर मेंद्रथ, पवासी महासू महाराज का मंदिर ठढियार और छत्रधारी चालदा महासू महाराज चलाएमान देवता हैं। इन दिनों छत्रधारी चालदा महासू महाराज दसऊ गांव के मंदिर में विराजमान हैं। नवंबर महीने में दसऊ गांव से अगले पड़ाव प्रवास पर हिमाचल के पश्मी के लिए प्रस्थान करेंगे। वहीं हनोल बौठा महासू महाराज के बाद द्वितीय सिद्ध पीठ थैना गांव स्थित महासू महाराज विराजमान हैं। जौनसार बावर के लोग पीढ़ियों से महासू महाराज का जागरा पर्व मनाते आ रहे हैं। श्रद्धालु इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं और सुख समृद्धि की कामना करते हैं।