गोवा में आयोजित हुआ अन्तर्राष्ट्रीय आयुष कॉन्क्लेव 2.0 -देश विदेश के डॉक्टर्स हुए सम्मानित
डॉ० डी० सी० पसबोला को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मिला प्रतिष्ठित "आयुष भूषण" सम्मान।

*डॉ० डी० सी० पसबोला को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मिला प्रतिष्ठित “आयुष भूषण” सम्मान। गोवा के विधायक एवं चैयरमेन, गोवा इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कारपोरेशन रैगिनाल्डो लोरैन्सो द्वारा किया गया सम्मानित।*
देहरादून: 10-08-2025, रविवार – गोवा में हुआ भव्य आयोजन अंतरराष्ट्रीय आयुष कॉन्क्लेव 2.0–, देश-विदेश के डॉक्टर्स हुए सम्मानित। जिसमें डॉ० डी० सी० पसबोला को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित “आयुष भूषण” सम्मान प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त आयुष उदय एवं आयुष मार्तण्ड सम्मान भी प्रदान किए गए।
गोवा के आईटीसी फॉर्च्यून रिज़ॉर्ट,बेनाउलिम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय आयुष कॉन्क्लेव 2.0 का सफल आयोजन 25 से 27 जुलाई तक सम्पन्न हुआ। इस तीन दिवसीय कॉन्क्लेव में देश-विदेश से 150+ डॉक्टर्स ने भाग लिया, जिसमें 18 से अधिक राज्यों से प्रतिनिधि शामिल हुए।
इस भव्य आयोजन का आयोजन CIVIC (Council for International Vaidya Integration & Cooperation) द्वारा किया गया, जिसके संस्थापक डॉ. एम.एम. कुरैशी हैं। कार्यक्रम में हील वेलनेस क्लिनिक (Essel Group – Zee Media) का विशेष सहयोग रहा और Taxzeal (CA अभिषेक जैन) ज्ञान सहयोगी (Knowledge Partner) के रूप में साथ रहा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि — Reginaldo Lourenco Member of the Goa Legislative Assembly*
Chairman, Goa Industrial Development Corporation रहे।
डॉ० पसबोला की इस उपलब्धि पर सभी शुभचिंतकों द्वारा शुभकामनाएं प्रदान की जा रही हैं।
नोट:- डॉ० डी० सी० पसबोला आयुर्वेद, योग और ध्यान के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध व्यक्ति हैं। उनके योगदान को निम्नलिखित बिंदुओं से समझा जा सकता है:
1. *मानद डॉक्टरेट*: डॉ० पसबोला को काशी हिन्दी विद्यापीठ, वाराणसी, उत्तर प्रदेश द्वारा मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया है, जो कि आयुर्वेद एवं योग में उनकी योग्यता एवं प्रसिद्धि का सूचक है।
2. *मानद प्रोफेसरशिप*: उन्हें एजु इंडिया स्मार्टोक्रेब एजुकेशन, मुंबई द्वारा मानद प्रोफेसरशिप की उपाधि से सम्मानित किया गया है, जो आयुर्वेद और योग में उनके उत्कृष्ट कार्य को दर्शाता है।
3. *आयुर्वेदिक चिकित्सा सेवा*: डॉ० पसबोला राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, देहरादून में चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं और उन्हें 21 वर्षों का आयुर्वेद चिकित्सा का अनुभव है।
4. *योग और ध्यान*: उन्हें योग, प्राणायाम और ध्यान में भी 21 वर्षों का अनुभव है, जो उनके आयुर्वेदिक उपचार में सहायक होता है।
5. *शिक्षा और जागरूकता*: डॉ० पसबोला आयुर्वेद और योग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मीडिया, सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल माध्यमों का उपयोग करते हैं।
6. *सामुदायिक सेवा*: उनके द्वारा चलाए गए कार्यक्रम जैसे “हर घर आयुर्वेद” और “करो योग रहो निरोग” समाज में स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बढ़ावा देते हैं।
7. *अवार्ड्स*: डॉ० पसबोला को चिकित्सा शिरोमणि जैसे राष्ट्रीय सम्मान भी प्राप्त हो चुके हैं। अब अन्तर्राष्ट्रीय आयुष भूषण सम्मान भी प्राप्त हो चुका है।
इन योगदानों से डॉ० पसबोला आयुर्वेद और योग के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति के रूप में उभरते हैं।