उत्तराखण्डराजनीति

पंचायत चुनाव पर कोर्ट का निर्णय स्वागत योग्य, कांग्रेस की मंशा पर लगा तमाचा: भट्ट

धामी सरकार की पारदर्शी और जनपक्षीय कोशिशों की हुई जीत

देहरादून 27 जून। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राज्यसभा सांसद श्री महेंद्र भट्ट ने पंचायत चुनाव पर आए हाईकोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि इससे ग्रामीण सरकार चुनने का रास्ता साफ होने पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि चुनाव की राह मे रोड़े अटका रही कांग्रेस ने सरकार पर उल्टे चुनाव न कराने के आरोप लगाए, लेकिन कोर्ट के निर्णय से उसके मुँह पर भी तमाचा लगा है।
भट्ट ने कहा कि सरकार, जनता और भारतीय जनता पार्टी सभी शुरुआत से चुनाव के पक्ष में रहे हैं। वहीं धामी सरकार निष्पक्ष, जन भावनाओं के अनुरूप तथा पारदर्शिता के साथ चुनाव के लिए प्रयासरत रही। लेकिन कांग्रेस निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए जारी प्रक्रिया के खिलाफ रोड़े अटकाती रही। अदालत मे कांग्रेस ने अपने काल के अधिवक्ताओं सहित वकीलों की फौज खडी कर दी। लेकिन अदालत मे सभी तथ्यों के सामने आने के बाद कांग्रेस की मंशा सफल नही हो पायी। आखिरकार धामी सरकार की पारदर्शी और जनपक्षीय कोशिशों की जीत हुई।
भट्ट ने कहा कि पार्टी के पास समर्थित प्रत्याशियों के नामों का पैनल आ गया है और शीघ्र उनकी विधिवत घोषणा कर दी जाएगी। पार्टी सभी पंचायत अध्यक्ष सीट जीतने जा रहे हैं। यह खुशी का विषय है कि न्यायालय ने निर्वाचन आयोग और सरकार की आरक्षण प्रक्रिया को सही ठहराया है। हम सब न्यायालय का सम्मान करते हैं, लिहाजा निश्चित रूप से कहा जा सकता हैं कि बहुत जल्दी चुनाव की नई तारीखों का ऐलान निर्वाचन आयोग करेगा।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने अपने पर्यवेक्षक सभी विधानसभाओं में भेज दिए थे और उन्होंने अपनी रिपोर्ट भी सौंप दी है। अब चूंकि न्यायालय के निर्णय के बाद भी आरक्षण का अनुपात वही है इसलिए पार्टी को इसको लेकर बहुत ज्यादा अतिरिक्त प्रयास करने की जरूरत नहीं होगी। हमारे पर्यवेक्षकों द्वारा जो नाम सामने आए हैं उस पर रायशुमारी करते हुए, विधिवत रूप से जिला पंचायत सदस्यों के लिए समर्थित प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी। हमे पूर्ण विश्वास है कि भारतीय जनता पार्टी जिला पंचायत चुनाव में बहुत शानदार प्रदर्शन करेगी और अध्यक्ष की सभी सीटों को जीतेगी।

*कांग्रेस शुरुआत से चुनाव विरोधी, न्यायिक बाधाओं के पीछे भी उनका ही रोल….*

वहीं अभी पंचायत चुनाव को लेकर कांग्रेसी किन्तु परंतु पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस तो पहले से पूरी चुनाव प्रक्रिया पर ही प्रश्न खड़े करती आ रही है। पहले कहते थे भाजपा और सरकार चुनाव से डर रही है, जब घोषणा हुई तो न्यायलय में लगाई याचिकाओं से प्रक्रिया पर लगी रोक को अपनी जीत बताने लगी। उन्होंने आरोप लगाया, दरअसल कांग्रेस कभी भी चुनाव के पक्ष में नहीं थी। साथ ही आशंका व्यक्त करते हुए कहा, मुझे कहने में कोई संकोच नहीं कि चुनाव बाधित करने के लिए जो लोग न्यायिक कार्यवाही में गए, उनके पीछे कहीं न कहीं कांग्रेस का महत्वपूर्ण रोल है।
पत्रकारों द्वारा कांग्रेस के बड़े नेताओं की दावेदारी सामने आने के सवाल पर तंज कसते हुए कहा कि जब भी चुनाव आता है कांग्रेस का परिवारवाद सामने आ ही जाता है। पंचायत चुनाव के बाद फिर विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस के बड़े नेता अपने अपने परिवार का राजनैतिक भविष्य बनाने में जुट जायेंगे। क्योंकि अब कार्यकर्ता उनके पास हैं नहीं और जो थोड़े बहुत हैं उनकी उन्हें चिंता नहीं है। लेकिन अब प्रदेश और देश की जनता ने परिवारवाद को स्वीकृति देना पूरी तरह बंद कर दिया है। इसलिए अनेक स्थानों पर जो भी परिणाम सामने आ रहे हैं वह विकास पर आधारित हैं। अब देश की जनता केवल विकास को पसंद करती है, जिसका एकमात्र सर्वश्रेष्ठ विकल्प भाजपा है।
उन्होंने मौसम की आशंका को लेकर पूछे सवाल पर कहा कि उत्तराखंड की जनता, सरकार और हम पूरे मनोयोग से इस लोकतांत्रिक यज्ञ संपन्न करने में जुटे हैं। भाजपा आशावान है बरसात से बचाव भी होगा और मतदान प्रतिशत भी बढ़ेगा।

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