उत्तराखण्डधर्म-संस्कृति

बमराड़ गांव में शिलगुर, विजट देवता के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु

विकासनगर 20 जून । उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से विश्व भर मे जाना जाता है। यहां के लोगों की अपने इष्ट देवताओं के प्रति काफी आस्था है। यहां पर प्रकृति देवता से लेकर ग्राम देवताओं की पूजा अर्चना की जाती है। हर पर्व देवताओं को समर्पित होते है। इसी कड़ी मे जौनसार बावर क्षेत्र के खर पट्टी समाल्टा के बमराड़ गांव में शिलगुर और विजट देवता का मंदिर है।
मान्यता अनुसार खत पट्टी के ग्रामीण बारह साल बाद देवताओं को शाही स्नान के लिए हरिद्वार गंगा स्नान और हिमाचल स्थिति चूड़धार का शाही स्नान करते हैं। क्षेत्र के ग्रामीण इस कार्य को अपनी आस्था से देवताओं के कार्य मे पूरी तरह से रम जाते हैं। खत पट्टी के बारह गांव सहित आसपास के गांव से भी अपने पारम्परिक वेशभूषा मे मंदिर प्रागंण मे ढोल दमऊ की थाप पर लोक गीत नृत्यों के साथ ही शिलगुर और विजट देवता के जयकारे लगा कर समूचे क्षेत्र को भक्तिमय हो जाते हैं। यह दृश्य देखने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।
बमराड मंदिर समिति अध्यक्ष केसर सिंह ने कहा देवता का यह कार्यक्रम पांच दिवसीय था। 16 जून को हरिद्वार का शाही स्नान कराया गया। 18 जून को चूडधार हिमाचल प्रदेश का स्नान हुआ। 19 को देव डोलियों ( पालकी) के साथ ही बमराड मंदिर परिसर पंहुचने पर श्रद्धालुओं ने देव दर्शन किए। विधि पूर्वक मंदिर मे विराजमान हुए। श्रद्धालुओं ने बताया विजट और शिलगुर देवता के प्रति लोगों की काफी आस्था है। आज सभी लोग देव दर्शनों के लिए अपने परिवार के साथ पंहुचे हैं। देवताओं का जागड़ा पर्व का यह दृश्य जौनसार बावर और हिमाचल में देखने को मिलता है।

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