विजयवर्गीय ने धामी सरकार की कामों की तारीफ

देहरादून 19 जून । भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव और वर्तमान में मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय देहरादून दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड की धामी सरकार और मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी अपनी बात रखी। विजयवर्गीय ने पीएम मोदी की तारीफ की। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी विधायकों की तरह मीडिया को धैर्य रखने की नसीहत दी।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय अब मध्य प्रदेश की सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर हैं. बुधवार को वह राष्ट्रीय पिट्टू फेडरेशन की नेशनल प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लेने देहरादून पहुंचे थे। कैलाश विजयवर्गीय देहरादून में थे और वह राजनीतिक टिप्पणी न करते, ऐसा संभव नहीं था। लिहाजा नेशनल जूनियर पिट्टू प्रतियोगिता में भाग लेने के बाद जब वह मीडिया से मिले, तो उन्होंने उत्तराखंड की धामी सरकार को लेकर भी कई बातें कहीं।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उत्तराखंड में धामी सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री की पुष्कर सिंह धामी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में लगातार प्राकृतिक आपदाओं की चुनौतियों के बीच भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी सरकार को मैनेज कर रहे हैं। यह अपने आप में बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड के केदारनाथ से विशेष लगाव है, वहां पर लगातार व्यवस्थाओं को सुधारा जा रहा है। उन्होंने अपने केदारनाथ दौरे में यह नोटिस किया है। उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष आभार जताया कि उनका उत्तराखंड के प्रति विशेष लगाव है। वहीं इसके अलावा उत्तराखंड में लगातार विधायकों द्वारा किए जा रहे मंत्रिमंडल विस्तार के इंतजार को लेकर भी कैलाश विजयवर्गीय ने टिप्पणी की।
भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि राजनीति में ऐसी इच्छा होनी स्वाभाविक है। हर कोई राजनीति में एक कदम ऊपर जाना चाहता है। जो पार्षद है, वह मेयर बनना चाहता है। जो विधायक है, वह मंत्री बनना चाहता है। मंत्री मुख्यमंत्री बना चाहता है और मुख्यमंत्री केंद्र की राजनीति में अपनी प्रोग्रेस कर जाता है। उन्होंने कहा कि राजनीति के क्षेत्र में महत्वाकांक्षा है। सभी की होती है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी समय-समय पर अपने हर एक कार्यकर्ता का प्रमोशन करती है। जिस तरह से हमारे सभी विधायक उत्तराखंड में इंतजार कर रहे हैं, हमें लगता है कि मीडिया को भी इसी तरह से इंतजार करना चाहिए।