देहरादून 1 जून। उत्तरांचल प्रेस क्लब में उत्तराखंड के सभी जिलों से जुटे बेरोजगार नर्सिंग कर्मियों ने नर्सिंग महासंघ की एक महत्त्वपूर्ण बैठक में भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्य में लंबित पड़ी नर्सिंग अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र प्रारंभ करवाने और चिकित्सा शिक्षा विभाग में रिक्त पदों को भरने हेतु सरकार से अनुरोध करना रहा।
बैठक में शामिल प्रतिनिधियों ने बताया कि राज्य के माननीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा पूर्व में 1000 नर्सिंग अधिकारियों की वर्षवार भर्ती की घोषणा की जा चुकी है। साथ ही हरिद्वार और पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेजों हेतु 480 पदों पर नियुक्ति के लिए शासनादेश भी निर्गत हो चुका है। इसके बावजूद भर्ती प्रक्रिया की गति धीमी है, जिससे हजारों योग्य और प्रशिक्षित बेरोजगार नर्सिंग अभ्यर्थी परेशान हैं।
महासंघ ने सरकार से निम्नलिखित प्रमुख मांगें रखीं:
1. नर्सिंग अधिकारियों की वर्षवार भर्ती प्रक्रिया को तत्काल प्रारंभ किया जाए।
2. भर्ती प्रक्रिया में केवल राज्य के मूल निवासी अभ्यर्थियों को ही शामिल किया जाए।
3. चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत 1455 स्वीकृत पदों के सापेक्ष छूटे हुए अभ्यर्थियों की वेटिंग सूची जारी की जाए।
प्रतिनिधियों ने यह भी बताया कि वर्ष 2012-13 तक के अधिकांश वरिष्ठ अभ्यर्थी चयनित हो चुके हैं, जबकि 2018-19 बैच तक के कई अभ्यर्थियों को बैकलॉग के माध्यम से नियुक्ति मिल गई है। लेकिन मध्यवर्ती वर्षों — विशेषकर सामान्य वर्ग — के अभ्यर्थी अब भी चयन से वंचित हैं और कई की अधिकतम आयु सीमा समाप्त होने की कगार पर है।
इसके अतिरिक्त, महासंघ ने स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत हाल ही में उच्चीकृत उप जिला चिकित्सा केंद्रों में नए पद सृजित कर उन पर शीघ्र नियुक्ति हेतु शासनादेश जारी करने की भी मांग की।
अंत में नर्सिंग महासंघ ने सरकार से मानवीय और न्यायसंगत दृष्टिकोण अपनाते हुए जल्द से जल्द आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की। महासंघ का कहना है कि इस कदम से न केवल बेरोजगार नर्सिंग कर्मियों को रोजगार मिलेगा, बल्कि प्रदेश की आम जनता को भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
इस अवसर पर नर्सिंग महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष नवल पुंडीर,प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र कुकरेती,प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रवेश रावत,अंकुर कुमार, प्रदेश महामंत्री अजीत भंडारी,कोषाध्यक्ष मधु उनियाल, सुभाष रावत, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य स्तुति सती सहित कई अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।