कोविड टेस्ट फर्जीवाडे का जिन्न बाहर,ईडी ने कोर्ट में दाखिल की चार्जशीट

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गढ़वाल आईजी ने पुलिस जांच की रिपोर्ट तलब।

देहरादून 19 मई । कुंभ मेला 2021 के दौरान कोविड-19 आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्ट फर्जीवाड़े की परतें एक बार फिर खुलने जा रही हैं। एक ओर जहां मामले में मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर ईडी ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस जांच खुद संदेह के घेरे में आ गई है। आईजी गढ़वाल ने पुलिस जांच की रिपोर्ट तलब की है। इस बार लापरवाही पर जवाबदेही तय करने की तैयारी है।
साल 2021 में कोरोना महामारी के दौरान कुंभ मेले में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को संक्रमण से बचाने के लिए राज्य सरकार ने आरटीपीसीआर जांच के लिए अलग-अलग पैथोलॉजी लैब को रखा था। जिसमें मुख्य रूप से मैक्स कॉर्पाेरेट सर्विस, डॉ लाल चंदानी प्राइवेट लिमिटेड, नॉक्स पैथोलॉजी, डीएनए लैब,नलवा लैबोरेट्रीज शामिल रही थी। उस दौरान यह बात सामने आई थी कि इन लैब ने आरटीपीसीआर और एंटीजन जांच के लिए फर्जी व्यक्तियों की एंट्री की और सरकार से करोड़ों रुपए का भुगतान ले लिया। इस संबध में जब शुरुआती जांच हुई तो कुंभ के दौरान एक लाख से अधिक जांच के रिकॉर्ड संदिग्ध पाए गए थे। जिसमें लैब ने तीन करोड़ रुपए से अधिक की राशि सरकार से धोखाधड़ी कर हड़प ली थी। जिसके बाद जांच में बड़ी गड़बड़ी पाए जाने पर पुलिस ने साल 2021 में मुकदमा दर्ज कर लिया था।
मामले में तीन करोड़ रुपए से अधिक के मनी लॉन्ड्रिंग के दायरे में पाते ही ईडी ने जांच शुरू की तो ईडी ने लैब संचालकों के देहरादून, दिल्ली, नोएडा और हिसार स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी। साथ ही आरोपियों के ठिकानों से 50 से 60 लाख रूपए की नकदी के साथ ही संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई की गई थी। जांच में सामने आया कि 15 लैबों के माध्यम से कोरोना जांच के नाम पर तीन करोड़ रुपए से अधिक का फर्जीवाड़ा हुआ था। आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने बताया अभी तक की जांच के मुताबिक हरिद्वार- देहरादून में तीन मुकदमे दर्ज हुए हैं। जिनमें 14 आरोपी बनाए गए हैं। ईडी ने इस घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की चार्जशीट देहरादून की विशेष अदालत में दाखिल कर दी है। जिसमें मैक्स कॉर्पाेरेट सहित 14 आरोपियों को नामजद किया गया है। साथ ही पुलिस जांच की रिपोर्ट तलब की है। इस बार लापरवाही पर जवाबदेही तय करने की तैयारी है।