श्री राम एमएनडी सेंटर देहरादून में मोटर न्यूरॉन डिजीज जागरूकता कैंप का आयोजन

0
86

मोटर न्यूरॉन डिजीज से ग्रस्त लोगों का हौसला बढ़ाया जाना चाहिए – स्वामी चिदानंद सरस्वती

देहरादून 09 मई । नसों को गला देने वाला जानलेवा रोग जिसका पूरे विश्व में कोई इलाज नहीं हैं उसे उत्तराखंड के डॉक्टर आशीष गिल्होत्रा देहरादून में रोगियों को स्वस्थ कर रहे हैं। मोटर न्यूरॉन बीमारी एक गंभीर बीमारी है और इसमें रोगी को बहुत ही पीड़ा पहुंचती है। इस बीमारी के प्रति जन जागरूकता अभियान फैलाने के लिए श्रीराम एमएनडी सेंटर,राजपुर रोड,देहरादून में एक कैंप का आयोजन किया गया।
मोटर न्यूरॉन डिजीज जन जागरूकता अभियान कार्यक्रम का शुभारम्भ परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष परम पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी के द्वारा किया गया। उनके साथ भारतीय जनता पार्टी के पूर्व महासचिव एवं उत्तराखंड के पूर्व प्रभारी श्याम जाजू जी और पुरोला विधायक दुर्गेश्वर जी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों ने मोटर न्यूरॉन से ग्रसित मरीजों से मिले एवं उनके हाल-चाल पूछे। मोटर न्यूरॉन से ग्रसित मरीज़ सत्यनारायण जो उड़ीसा के रहने वाले हैं बताया कि वह पहले चल नहीं सकते थे परंतु जब उनका इलाज श्री राम हीलिंग सेंटर देहरादून में डॉक्टर आशीष गिल्होत्रा द्वारा किया गया तब वे स्वस्थ हुए और अब चलना भी शुरू कर दिया है वही झारखंड से आए हुए मरीज शिव शंकर ने बताया कि वे इस बीमारी को लेकर देश के विभिन्न राज्यों में गए परंतु कहीं वे स्वस्थ नहीं हो पाए और वे मन ही मन हार चुके थे, जब उन्हें डॉक्टर आशीष का पता चला तब वह देहरादून पहुंचे और अब उन्हें नई जिंदगी मिल गई है। वास्तव में देखा जाए तो आशीष गिल्होत्रा के पारंपरिक उपचार मोटर न्यूरॉन से ग्रस्त मरीजों के लिए एक नई उम्मीद ला रही है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वामी चिदानंद सरस्वती ने बताया कि सभी मोटर न्यूरॉन डिजीज से ग्रस्त लोगों का हौसला बढ़ाया जाना चाहिए एवं डॉक्टर आशीष गिल्होत्रा द्वारा ऐसे हेल्थ कैंप देश के विभिन्न राज्यों में भी लगाने चाहिए जिससे इस जानलेवा बीमारी से लड़ने में लोगों को मदद मिले। इस हेल्थ कैंप में आकर ऐसा लग रहा है कि मोटर न्यूरॉन डिजीज का इलाज संभव है और अगर संभव न भी हो तो डॉक्टर अशीष गिलहोत्रा इसे संभव बना रहे हैं और लोगों को स्वस्थ कर रहे हैं। वही कार्यक्रम में मौजूद पुरोला विधायक एवं श्याम जाजू जी ने कहा यहां हम मोटर न्यूरॉन डिजीज से ग्रसित लोगों से मिले और उन सभी में काफी परिवर्तन आया हैं। सभी रोगियों के लिए डॉक्टर आशीष गिल्होत्रा एक नई आशा की किरण है। उत्तराखंड सरकार और स्वास्थ्य विभाग डॉ. आशीष गिल्होत्रा के द्वारा जो काम किया जा रहा है उसमें पूरी मदद करेगी। कार्यक्रम में मौजूद सभी अतिथियों ने डॉक्टर आशीष गिल्होत्रा एवं उनके टीम को सम्मानित किया। वही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉक्टर आशीष गिल्होत्रा ने कहा “हम सभी को मोटर न्यूरॉन डिजीज से डरना नहीं है, इससे लड़ना है और इस बीमारी पर जीत प्राप्त करनी है।”