देहरादून 30 अप्रैल। जैन धर्म मे अक्षय तृतीय का बहुत महत्व है इस दिन जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभ देव को हस्तिनापुर के राजा श्रेयांस नाथ ने गन्ने का रस पिला कर उनके व्रत का पारणा कराया था। तभी से यह मान्यता है की इस दिन किये गए धर्म करम कार्य का फल कभी समाप्त नही होता।
इस दिन सभी जैन मंदिरों में विशेष पूजा की जाती है एवम गन्ने का रस वितरण किया जाता है।इसी क्रम मे आज तृतीया के पावन अवसर पर जैन मिलन सुभाष नगर के वरिष्ठ सदस्य वीर अनिल कुमार जैन एवं मिलन की सांस्कृतिक संयोजिका वीरांगना रजनी जैन, रोचिपुरा के परिवार के द्वारा श्रीदिगंबर जैन मंदिर माजरा जी में इक्छु रस का वितरण बड़े ही हर्षोल्लास के साथ किया गया। जिसमें मिलन के वीर एवं वीरांगनाओं द्वारा बढ़-चढ़कर भाग लिया गया। सुबह आठ बजे से दोपहर तक सेकड़ो लोगो महिलाओ स्कूली बच्चों को बहुत श्रद्धा भाव से इक्षु रस पिलाया गया। इस अवसर पर मिलन के अध्यक्ष गोपाल सिंघल, संरक्षक राजीव जैन, सुनील जैन, अदिश जैन, अशोक जैन,एडवोकेट सुनील जैन महावीर जैन कन्या पाठ शाला के अध्यक्ष अनिल जैन, जैन मिलन के क्षेत्रीय मंत्री डॉक्टर संजय जैन, हर्ष जैन,राहुल जैन, जैन मिलन चेतना की उपाध्यक्षा
वीरांगना रीना सिंघल, एवम मिलन की सभी सदस्याये उपस्थित रहे।