उत्तराखण्ड

सात जिलों मे संयुक्त मॉक ड्रिल से परखी तैयारियां रिस्पांस टाइम सुधारने पर जोर

देहरादून 24 अप्रैल। 30 अप्रैल से शुरू हो रही चार धाम यात्रा की तैयारियों को लेकर शासन प्रशासन अब पूरी तरह से चौकन्ना हो चुका है आपदा काल में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आज गढ़वाल मंडल के सभी सात जिलों में आपदा प्रबंधन विभाग ने मॉक ड्रिल के जरिए अपनी तैयारियों का परीक्षण किया।
राज्य आपदा प्रबंधन द्वारा इस मॉक ड्रिल का कार्यक्रम पहले से ही तय था जबकि माक ड्रिल में अमूमन ऐसा नहीं होता है। मॉक ड्रिल में आकस्मिक रूप से सूचनाओं को प्रसारित कर तैयारियों को परखा जाता है लेकिन इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी विभागों के आपसी समन्वय को परखना था। इस मॉक ड्रिल में पुलिस विभाग के अतिरिक्त एसडीआरएफ एनडीआरएफ तथा आईटीबीपी के अलावा स्वास्थ्य व अग्निशमन आदि विभागों ने भी भाग लिया।
हरिद्वार में आज हुई इस मॉक ड्रिल के समय हर की पैड़ी क्षेत्र में भगदड़ की सूचना फ्लैश की गई इस भगदड़ के दौरान जहां भीड़ में कुछ लोगों के दबने कुचलने के साथ कुछ लोगों के गंगा में डूबने की घटनाओं को लेकर तैयारियों को देखा गया जल पुलिस ने गंगा में डूबते लोगों को बचाया तथा भीड़ के दबाव में घायल और चोटिल हुए लोगों को मौके पर प्राथमिक इलाज देने तथा उन्हें एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाने का काम किया गया जिसका रिस्पांस टाइम संतोषजनक रहा। इसी तरह अन्य तमाम जगहों पर यात्री वाहनों के खाई में गिरने तथा अन्य तमाम तरह की घटनाओं को लेकर मॉक ड्रिल किया गया।
इस माक ड्रिल के बाद टीमों के रिस्पांस टाइम में और अधिक सुधार करने की जरूरत पर जोर देने की बात कही गई है। यात्रा के दौरान मार्ग अवरुद्ध होने तथा जाम जैसे हालात बनने और यात्रियों के मार्गों में फंसने की घटनाएं आमतौर पर हर बार यात्रा के दौरान देखी जाती है। जिनसे निपटने की पुख्ता तैयारी आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा की जा रही है।

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