देहरादून 30 मार्च । श्री दिगंबर जैन धर्मशाला में वीना जैन की अध्यक्षता में जिनधर्म के सिद्धांतों पर आधारित तत्वज्ञान की श्रृंखला में वीतराग विज्ञान प्रतियोगिता-102 संपन्न हुई।
जैन मिलन महिला एकता एवं वीतराग विज्ञान पाठशाला का उद्देश्य जैन समाज के जन-जन के हृदय में जिनधर्म की आराधना व प्रभावना हेतु तीर्थंकरों के केवलज्ञान से प्राप्त जिनधर्म के सिद्धांतों परआधारित,तत्वज्ञान का अभ्यास करने व कराने हेतु अनवरत रूप से “वीतराग विज्ञान प्रतियोगिता“ का आयोजन करता रहा है,कर रहा है,और करता रहेगा।
इसी का एक ज्वलंत उदाहरण है कि प्रत्येक शनिवार को श्री योगसार ग्रंथ की सभा चलती है जिसमें 100 से भी अधिक महिलाएं व पुरुष उपस्थित होते हैं और बहुत ही रुचि पूर्वक उसमें हिस्सा लेते हैं।
वीतराग विज्ञान पाठशाला के बच्चों ने और एकता की वीरांगनाओं ने मिलकर बहुत ही रोचक और ज्ञानवर्धक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जिसे सभी ने बहुत सराहा और सभी अतिथियों ने कलाकारों की भूरि भूरि प्रशंसा की ।
मंच का संचालन वंदना जैन व दीपशिखा जैन व बबीता जैन ने सफलतापूर्वक किया। तत्पश्चात वीतराग विज्ञान प्रतियोगिता 103 का विमोचन हुआ,वीतराग विज्ञान प्रतियोगिता 101 का पारितोषिक वितरण व वीतराग विज्ञान प्रतियोगिता 102 की परीक्षा हुई।
इस कार्यक्रम में विनोद जैन अध्यक्ष जैन समाज, कैंट विधायक सविता कपूर,मधु सचिन जैन,सुकुमार जैन,सुखमाल चंद्र जैन, जैन मिलन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेश जैन,जैन मिलन सुभाष नगर के अध्यक्ष गोपाल सिंघल,डॉक्टर मनीष जैन,नरेंद्र जैन,एडवोकेट आरके जैन,ध्रुव जैन,जैन भवन के कोषाध्यक्ष राजीव जैन,एमके जैन, डॉक्टर संजीव जैन आ
तिथि गण उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में दृशि जैन,आश्रेया,आशिती, अदिति,आगम,आदि,विविध,आदित्य,आराध्या, अनन्या,नव्या,वीर,अरिहंत,आदित्य,तनिष्का, तनिष्क,किशिता,धनाक्षी,रोनित,आराध्या,अर्णव, नियति,अविका,मिस्टी,शिखा,आदि बच्चों ने हिस्सा लिया तथा प्रीति जैन,चारू शर्मा,बबीता जैन,अनुभा जैन,कामना जैन,अर्चना जैन,सुचिता जैन,संध्या जैन,संगीता जैन,रचना जैन आदि वीरांगनाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया तथा स्वनिर्मित सुरुचि भोज के साथ सभा का समापन हुआ।