झिंझाना। चौसाना और झिंझाना क्षेत्र के चौंतरा, महेंद्रगढ़, खोड़समा और भड़ी मुस्तफाबाद में अवैध मिट्टी खनन खुलेआम जारी है। डंपर, ट्रैक्टर-ट्रॉली और जेसीबी मशीनों से दिन-रात मिट्टी निकालकर अवैध कॉलोनियों में भराव किया जा रहा है। खनन विभाग की निष्क्रियता पर लगातार सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही।
*खनन विभाग की अनदेखी या मिलीभगत ?*
स्थानीय लोगों का कहना है कि खनन माफिया की गतिविधियों से विभाग पूरी तरह से वाकिफ है, फिर भी अधिकारी कार्रवाई करने से बच रहे हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि खनन विभाग की मिलीभगत के बिना इतनी बड़ी मात्रा में अवैध खनन संभव नहीं है।
हाल ही में झिंझाना क्षेत्र के चौंतरा गांव में अवैध खनन की रिपोर्टिंग कर रहे दो पत्रकारों को जान से मारने की धमकी दी गई थी। हालांकि, माफी मांगने के बाद मामला शांत हो गया, लेकिन खनन विभाग की चुप्पी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
*ग्रामीणों और पत्रकारों की मांग – निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई*
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि खनन विभाग की भूमिका की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और अवैध खनन में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी अपील की गई है।
*– रिपोर्ट: समस्त ✒️ मीडिया परिवार झिंझाना* साथ में सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी दिल्ली एनसीआर।