चौसाना, शामली। किसान अपनी जमीन का रिकॉर्ड सही करवाने के लिए लेखपालों व आधार केन्द्रों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन फार्मर रजिस्ट्री में नाम मिसमैच होने की समस्या खत्म नहीं हो रही। आधार कार्ड में सरनेम अलग होने की वजह से किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
आधार केंद्र संचालक विकास कुमार ने बताया कि कई किसान आधार कार्ड में नाम सुधरवाने के लिए आते हैं, लेकिन जरूरी दस्तावेजों की कमी के कारण उनका संशोधन नहीं हो पाता। इस वजह से वे बार-बार आधार केंद्र और जनसेवा केंद्रों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।
वही जन सेवा केंद्र संचालकों जसपाल खोड़समा, अनिल गढ़ी हसनपुर, रिजवान चौसाना ने बताया कि सम्मान निधि की किस्त आने के बाद किसान जनसेवा केन्द्रों पर फार्मर रजिस्ट्री कराने बहुत कम आ रहे हैं
गांव ऊदपुर के किसान विकास ने बताया, मैंने 2021 में जमीन खरीदी थी, लेकिन अब फार्मर रजिस्ट्री में मेरा नाम नहीं खुल रहा है। पिछले कई महीनों से तहसील और जनसेवा केंद्रों के चक्कर काट रहा हूं, लेकिन कोई हल नहीं निकल रहा।
इसी गांव के एक बुजुर्ग किसान जरीफ ने बताया कि उनके आधार कार्ड में नाम ‘जरीफ’ दर्ज है, जबकि राजस्व रिकॉर्ड में जरीफ हसन लिखा है। उन्होंने कहा, मैं जनसेवा केंद्र, आधार सेंटर और तहसील के चक्कर काट-काटकर थक गया हूं। इस उम्र में इतनी भागदौड़ नहीं कर सकता।
गांव गढ़ी हसनपुर के किसान सचिन चौधरी ने बताया कि सरनेम मिसमैच के कारण उनकी फार्मर रजिस्ट्री नहीं हो पाई। उन्होंने कहा, सम्मान निधि की किस्त भी नहीं आई। जनसेवा केंद्र पर जाने के बाद पता चला कि मेरी रजिस्ट्री पेंडिंग है।
खोड़समा की किसान कमलेश देवी ने भी इसी तरह की समस्या बताई। उन्होंने कहा, फार्मर रजिस्ट्री पूरी हो गई थी, लेकिन अब तक सम्मान निधि की किस्त नहीं आई। जब जनसेवा केंद्र पर जानकारी ली तो बताया गया कि रजिस्ट्री अभी भी पेंडिंग में है।
प्रशासन का आश्वासन
एसडीएम ऊन निधि भारद्वाज ने बताया कि जिन किसानों के नाम में थोड़ा बहुत करेक्शन है, वे आवेदन दें, उसे सही कर दिया जाएगा। बाकी सभी किसानों की प्रक्रिया नियमानुसार पूरी की जा रही है।”
किसानों की मांग
किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि आधार नाम संशोधन के लिए विशेष अभियान चलाया जाए और नाम व दस्तावेज सुधारने की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए। इसके अलावा, सम्मान निधि की अटकी किस्तों का जल्द भुगतान किया जाए ताकि किसान राहत महसूस कर सकें।
रिर्पोट : चौसाना से शकील राणा के साथ सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी दिल्ली एनसीआर।