उत्तराखण्ड

निर्वाचन आयोग उमेश कुमार एवं चैंपियन पर आजीवन चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाए : रविंद्र सिंह आनंद

उमेश कुमार की विधानसभा सदस्यता निरस्त की जाए : पहाड़ अगेंस्ट करप्शन

देहरादून 30 जनवरी। पहाड़ अगेंस्ट करप्शन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजसेवी रविंद्र सिंह आनंद ने उत्तरांचल प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता का आयोजन कर उत्तराखंड में चल रहे हाई वोल्टेज ड्रामे जो की तथाकथित पत्रकार एवं विधायक खानपुर उमेश कुमार एवं पूर्व विधायक खानपुर कुंवर प्रणब सिंह चैंपियन के मध्य चल रहा है, जिसमें दोनों द्वारा गाली गलौज करते हुए शास्त्रों का सरेआम प्रदर्शन किया गया यही नहीं बल्कि चैंपियन द्वारा फायरिंग तक की गई पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्षा श्रीमती रितु खंडूरी से इस पूरे प्रकरण में विधायक उमेश कुमार की संलिप्तता होने पर विधायक खानपुर उमेश कुमार की विधानसभा सदस्यता निरस्त की जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि विधायक द्वारा गाली गलौज एवं शास्त्र लहराना किसी भी जनप्रतिनिधि के निम्न स्तर के आचरण को दर्शाता है इसीलिए विधानसभा अध्यक्ष कार्रवाई करते हुए उनकी विधानसभा सदस्यता निरस्त कर दें।
उन्होंने कहा कि विधायक समाज का दर्पण होता है और उसको देखकर युवा प्रेरित होते हैं लेकिन विधायक उमेश कुमार द्वारा इस प्रकार गाली गलौज करते हुए शास्त्रों को लहराना जैसी नीच हरकत को देवभूमि में कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा इसलिए उनकी विधानसभा सदस्यता निरस्त की जानी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि निर्वाचन आयोग को भी इसका संज्ञान लेते हुए विधायक उमेश कुमार एवं प्रणव चैंपियन दोनों पर आजीवन चुनाव लड़ने पर रोक लगा देनी चाहिए जिससे समाज में एक अच्छा संदेश जा सके कि यदि जनप्रतिनिधि अपना रवैया अपराधियों जैसा रखेंगे तो निर्वाचन आयोग ऐसी कठोर कार्रवाई भी कर सकता है उन्होंने इस पूरे प्रकरण पर भारतीय जनता पार्टी की चुप्पी को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड में किए गए इन दोनों के कृतियों पर अपना स्टैंड क्लियर करें उन्होंने कहा जिस प्रकार से मुख्यमंत्री धामी के साथ दोनों की नजदीकिया सोशल मीडिया पर देखने को मिलती है उससे तो साफ जाहिर होता है कि उन्हें सरकार का संरक्षण प्राप्त है।
उन्होंने कहा जिस प्रकार सोशल मीडिया पर दोनों गाली देते हुए और शास्त्र लहराते हुए दिखाई दे रहे हैं वह बहुत अशोभनीय है इसलिए महिला एवं बाल विकास आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए।
उन्होंने मानवाधिकार आयोग से भी इस पूरे प्रकरण में संज्ञान लेने की अपील की।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का रवैया, बर्ताव और आचरण इन दोनों माननीयों ने दिखाया है देवभूमि उत्तराखंड की जनता ऐसे दोनों जनप्रतिनिधियों का बहिष्कार कर में इनको धूल चटाने का काम करें उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और यहां इस प्रकार की गाली गलौज एवं शास्त्रों का प्रदर्शन करना चिंता का विषय भी है उन्होंने कहा उत्तराखंड में इस प्रकार की घटनाओं को देखकर के पूरे उत्तराखंड वासियों का सर शर्म से झुक गया है और पूरे भारत में उत्तराखंड के साथ को भट्ट लगा है जिसके लिए उमेश कुमार एवं चैंपियन समान रूप से दोषी हैं इसलिए देवभूमि उत्तराखंड की जनता इन दोनों को हर प्लेटफार्म से नकार दे अंत में उन्होंने मांग की कि दोनों पर कानून कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।

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