कांग्रेस के बड़बोले नेताओं को केदारनाथ की जनता ने दिखायी जमीन: चौहान

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आत्ममुग्धता के खोल मे बन्द कांग्रेस की खुलने वाली है आँखे

देहरादून 20 नवंबर। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने दावा किया कि केदारनाथ मे बेहतर विकास कार्यों और विजन के लिए जनता ने न केवल सीएम पुष्कर सिंह धामी की पीठ थपथपा कर भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को सदन मे भेजा, बल्कि उसने कांग्रेस के बड़बोलेपन को भी जमीन दिखाकर साफ संदेश दिया है।
पत्रकारों के अनौपचारिक वार्ता मे चौहान ने कहा कि कांग्रेस के लिए केदारनाथ एक सबक साबित होने वाला है कि चुनाव जमीन मे रहकर संघर्ष कर जीते जाते हैं दुष्प्रचार से नही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा ही जमीनी संघर्ष से दूर रहकर अवसर तलाशती रही है, लेकिन इसका पुरस्कार जनता उसे दे चुकी है और सत्ता से बेदखल होकर अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ मे भाजपा प्रत्याशी से कांग्रेस का उपलब्धि के मामले मे कोई मुकाबला भी नही था। आशा नौटियाल ने अपने दो कार्यकाल मे विकास कार्यों की तस्वीर जनता के सामने पेश की है, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी की हकीकत यह रही कि वह विधायक निधि की 6 करोड़ की धनराशि को खर्च नही कर पाए और बिजली, सड़क, स्वास्थ्य के लिए मिली धनराशि लेप्स हो गयी। जनता इस बात को समझ नही पायी कि कांग्रेस किसके लिए लिए और क्यों वोट मांग रही है।
चौहान ने कांग्रेस मुख्यालय मे कांग्रेस के नेताओं द्वारा कंट्रोल रूम मे वार्ता और दावे पर चुटकी लेते हुए कहा कि 24 घंटे का सब्र रखने की जरूरत है और जैसे चुनाव मे वह आत्ममुग्धता के खोल मे बन्द थे अब उनकी आँखे खुलने वाली है। जनता ने पहले ही मन बना लिया था और अब फैसला मत पेटियों मे बन्द है। केदारनाथ की जनता ने लैंड जिहाद, लव जिहाद के समर्थकों को साफ संदेश दे दिया है कि वह तुष्टिकरण को किसी भी रूप मे स्वीकार नही करेंगे। उन्होंने राज्य मे पर्यटकों की घटती संख्या को कांग्रेस के दावे को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि कांग्रेस को दृष्टि दोष हो गया हैं। कांग्रेस को अध्ययन की जरूरत है, क्योकि इस वर्ष सभी पुराने रिकार्ड टूट गए है। जनता ने इसीलिए कांग्रेस को लगातार आइना दिखा रही है।
उन्होंने कहा कि जनता ने धामी सरकार की विकासवादी सोच, पीएम के मार्गदर्शन मे उत्तराखंड को आगामी दशक का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की मुहिम पर भी मुहर लगायी है। कांग्रेस को किसी गलतफहमी मे रहने की जरूरत नही है।