जिलेभर में धूमधाम से मनाया गया भैया दूज का पर्व बहनों ने भाई के लिए रखा व्रत 

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शामली। भैयादूज का पर्व जनपद के शहरों, कस्बों व क्षेत्र के गांवों में बहनों ने अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी आयु और सुखी जीवन की कामना कर भैया दूज का त्यौहार धूमधाम से मनाया । भैया दूज के अवसर पर जनपद के बाजारों में रौनक रही । भैया दूज पर सड़कों व बस स्टैंड पर भारी भीड़ नज़र आईं ।
 इस दिन मृत्यु के देवता यम अपनी बहन यमुना के अनेकों बार बुलाने के बाद उनके घर गए थे। यमुना ने यमराज को भोजन कराया और तिलक कर उनके खुशाल जीवन की प्रार्थना की। प्रसन्न होकर यमराज ने बहन यमुना से वर मांगने को कहा। यमुना ने कहा आप हर साल इस दिन मेरे घर आया करो और इस दिन जो बहन अपने भाई को तिलक करेगी उसे आपका भय नहीं रहेगा। यमराज ने यमुना को आशीर्वाद प्रदान किया कहते हैं इसी दिन से भाई दूज का पर्व की शुरुआत हुई। रविवार को भैया दूज के अवसर पर जनपद के बाजारों में रौनक रही । भैया दूज पर जनपद के सभी बस स्टैंडों पर भारी भीड़ नज़र आईं । काफी संख्या में भाइयों ने एक दिन पहले शनिवार के दिन ही  बहनों के घर जाना शुरू कर दिया था । इसके बाद भी रविवार  को सड़कों व बस स्टैंड पर भारी भीड़़ नज़र आयी । इस अवसर पर बहने भाईयों को तिलक कर दीर्घायु होने की कामना करती है बाजारों में भी खील बताशे नारियल की जमकर खरीदारी हुई पंच दिवसीय दीपोत्सव का अंतिम पर्व भाईदूज  धूमधाम से मनाया गया।
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भाइयों के माथों पर तिलक कर बहनों ने की दीर्घायु की कामनाएं, उल्लास संग मनाया त्योहार
भैयादूज का पर्व प्रेम का प्रतीक है और अटूट प्रेम को दर्शाता है। इस दिन खुशियों से बहन-भाईयों की झोली भर जाती है। दीर्घायु की कामना होती है और सुरक्षा का संकल्प दिया जाता है। रविवार को भैयादूज पर्व को लेकर बहन-भाईयों में उत्साह रहा। विवाहित बहनें अपने मायके पहुंचकर परंपराओं का निर्वहन किया। वहीं भाई भी बहन की ससुराल पहुंचकर कोथली देकर अपनी रीति रिवाज को निभाया। दीर्घायु के लिए माथों पर तिलक कर और मिठाई खिलाकर कामनाएं की।
कभी किसी तरह की बाधा न आए इसके लिए ईश्वर से कामनाएं की। वहीं भाईयों ने आकर्षक और मनमोहक उपहार देकर उनकी हमेशा रक्षा करने का संकल्प दिया। त्योहार को लेकर बाजारों में भारी भीड़ रही। गिफ्ट सेंटरों से आकर्षक उपहार खरीदे गए। कपड़े खरीदने को लेकर भी उत्साह रहा। मिठाईयों की दुकान पर भारी भीड रही। सुबह से ही बाजारों में लोगों की भीड़ बढ़ना शुरू हो गई थी।
छोटे बच्चों में भैया दूज के पर्व को लेकर उत्साह रहा है। थाली सजाकर उसमें सूखा गोला, सिंदूर और मिठाईयां रखी। उसके बाद परंपराओं के अनुसार टीका किया और मिठाई से मुंह मीठा कराया। उसके बाद धनराशि या उपहार दिए गए। खेल-खिलौने लेकर छोटी बहनों में खूब मस्ती की।
भैया दूज के पर्व के मौके पर बसों की किल्लत रही है। लोगों को बस स्टैंडों पर घंटों तक इंतजार करना पड़ा। यहां तक कि बसों में सवारियों को खचाखच भरकर ले जाया जा रहा था, जिस कारण असुविधा का सामना करना पड़ा। वहीं डग्गामार वाहनों चालकों ने जमकर चांदी काटी। कुछ स्थानों पर निर्धारित रेट से अधिक की वसूली की गई। प्राइवेट वाहनों और बाइकों की जनपद के सभी मार्गाे पर आवाजाही दिनभर बनीं रही।
रिर्पोट : सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी दिल्ली एनसीआर।