गढीपुख्ता। संत शिरोमणि श्री रविदास आश्रम गुरु गद्दी ऊन पर शुक्रवार को मासिक सत्संग का आयोजन किया गया । सर्वप्रथम श्री गुरु रविदास आश्रम गंदेवडा कमेटी के सदस्यों ने संत शिरोमणी रविदास मुर्ति पर पुष्प चढ़ाकर एवं दीप प्रज्वलित किया। इसके बाद भजन कीर्तन किया। महंत आचार्य कंवरपाल सिंह ब्रह्मचारी ने सत्संग में अपनी अमृतवाणी से आए श्रद्धालुओ को सत्संग एवं प्रवचन के माध्यम से संत शिरोमणि रविदास महाराज की जीवन चर्चाओ पर प्रकाश डाला ।मंहत आचार्य कंवरपाल महाराज ने प्रवचन में कहा मनुष्य को सत्कर्म करना चाहिए ।जो मनुष्य अपने जीवन में सत्संग करता है वह श्रेष्ठ बन जाता है । सतगुरु रविदास जी कहते हैं कि मनुष्य को मनुष्य को मांस मदिरा भांग चरस बीडी तंबाकु आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। मनुष्य का नशा तो पल भर में उतर जाता है परंतु राम रूप का रस पान करना चाहिए जो जीवन भर नहीं उतरता है।अपने बच्चों को शिक्षा की ओर बढ़ावा दे । मानव को कभी भी जीव हत्या नहीं करनी चाहिए। मनुष्य को सतगुरु के बताए रास्ते पर चलना चाहिए। जीवन में पराधीनता पाप है। अगर मनुष्य के मन में मेल भरा है तो भगवान भी उसकी फरयाद नहीं सुन पाते हैं । जब भगवान को आप सच्चे मन से याद करते हो तो राम आपके अंदर ही प्रकट हो जाएंगे। क्षत्रिय वह नहीं होता जो अपने अधिकारों के लिए युद्ध करता है। सच्चा क्षेत्र वह होता है जो दीन दुखियों को उनका अधिकार दिलवाने हेतु अपने प्राणों तक त्याग देता है।
इसके बाद सत्संग में आये श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया । इस दौरान जगत दास,महेंद्र दास, प्रेमदास, उधय दास , सतवीरदास , कृष्णदास ,धीरज दास ,विनोद, रामपाल ,सन्नी कुमार, नीतराम आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।
रिर्पोट : सचिन तोमर के साथ सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी दिल्ली एनसीआर।