“एक शाम किशोर दा के नाम” आयोजित कर “श्रृंखला” ने मनाया प्रसिद्ध पार्श्व गायक का जन्मदिन

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देहरादून 04 अगस्त । आई आर डी टी ऑडिटोरियम,सर्वे चौक में ऑयोजित संगीतमय कार्यक्रम “एक शाम किशोर दा के नाम” से महान बॉलीवुड गायक किशोर कुमार जी का 95 वां जन्मदिन मनाया। शहर के प्रसिद्ध गायक कलाकरों ने अपनी अपनी प्रस्तुित देकर किशोर कुमार को याद किया।
कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि महान बॉलीवुड गीतकार समीर अनजान रहे। समिति के सदस्यों ने समीर जी का भव्य स्वागत किया।
समीर अनजान जी को देहरादून पहली बार आगमन बड़ी प्रसन्ता हुई। समिति के अध्यक्ष पीयूष निगम ने मुख्य अतिथि समीर अनजान जी का स्वागत करते हुए कहा कि आपका का स्वागत हमारे लिए विशेषकर समिति के लिए गर्व की बात है और होने वाले कार्यक्रम में आपकी उपस्थिति से हमे नई ऊर्जा और प्रेरणा मिलेगी।
कार्यक्रम का प्रारम्भ गणेश वंदना व सरस्वती वंदना के साथ विदिश ग्रुप ने नृत्य प्रस्तुति दी। “हुस्न की वादियों में मनीषा आले एवं संदीप अग्रवाल ने सुनाकर कार्यक्रम का आगाज किया।
कार्यक्रम में नरेन्द्र सिंह नेगी उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक, वरिष्ठ पत्रकार गोपाल सिंघल,संजय श्रीवास्तव,जीत सिंह नेगी, दिनेश सिंह,हरिओम अग्रवाल व डा० अंजुम अग्रवाल को अपने अपने क्षेत्र विशेष योगदान के लिए प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया साथ ही उत्तराखंड के प्रसिद्ध गायको ऐलेक्जेन्डर, आषिश ठाकुर गढवाली व नेपाली गायक, अभिषेक गुरूंग नेपाली गायक,ज्योति झा बोलीबुड व मैथी लोक गायक, संदीप गुप्ता, सुरेश राई को “संगीत जीवंता” सम्मान से सम्मानित किया। कार्यक्रम का मुख्य आर्कषण स्पेशल चिल्ड्रेस की नृत्य प्रस्तुती रही। जिसने सभी का मनमोह लिया।
संमिति के अध्यक्ष पीयूष निगम ने समीर जी का लिखा हुआ गाना “तुम दिल की धड़कन में रहती हो” से किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि समीर अन्जान की गरिमामय उपस्थित के साथ प्रेम चंद्र अग्रवाल पूर्व विधान सभा अध्यक्ष व कैबनिट मंत्री, सुबोध उनियाल कैबनिट मंत्री, गणेश जोशी कैबनिट मंत्री, सवीता कपूर विधायक कैंट विधान सभा, खजान दास विधायक, राजपुर विधान सभा, बुद्धि नाथ नाथ मिश्र (स्व० अन्जान जी के बाल सखा एवं रूस के राजकीय रूसियन आवर्ड प्राप्त), डॉ० इंद्रजीत सिंह प्रसिद्ध साहित्यकार, आदि गणमान्य विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में समीर जी ने कुछ अनसुने पहलू को भी सुनाया जिसमें उन्होनें बताया किशोर दा, मो. रफी, लता जी, आशा जी कैसे महान बने है। समीर जी ने एक किस्सा सुनाया कि किशोर दा, मो. रफी जी और मन्ना डे जी तीनो लोग एक गाने की रिकोर्डिंग कर रहे थे और रफी जी मन्ना डे से कह रहे कि हम लोग कितना भी गा ले अभी एक शेर आयेगा जिसमे हमारी आवाज दब जायेगी और दूसरी किशोर दा कह रहे है कि अल्लाह ने रफी साहब को अलग बना कर भेजा जिसका मुकाबला कोई नही कर सकता मैं तो एक गवईया हूं। समीर जी ने कहा कि इस प्रकार उन कलाकारों की महानता आज भी दिखती है। किस प्रकार प्रकार एक दूसरे का सम्मान ये लोग एक दूसरे को देते थे।
इस संगीतमय कार्यक्रम राम सिंह असवाल, मनीषा आले, संजीव वर्मा, अमित रावत, संदीप अग्रवाल, बिग्रेडिर विपिन नौटियाल (सेनि), कमल थापा, सुनीता श्रेत्री, सरोज पोखरियाल, बिटटू कोचर, दीपक सिंघल, प्रति रावत, दीपक महावर ने किशोर दा व समीर अन्जान के लिखे गानो से शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में सोनी सक्सेना ने ‘ड्रिम गर्ल गाने एवं “नैनो में सपना” गाने पर मीन राना व धन बहादुर ने अपना नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के मुख्य उदघोषिका प्रभाकर जी, रतुल बिंजवाण, संचिता शर्मा, गरिमा के साथ कार्यक्रम को कोर्डिनेट हितेन्द्र सक्सेना व निरूपमा रावत जी ने किया।